हिल स्टेशन को मनोरम पहाड़ी इलाका कहते हैं। भारत में पहाड़ियों की विशालतम, लंबी, सुंदर और अद्भुत श्रृंखलाएं हैं। एक और जहां विध्यांचल, सतपुड़ा की पहाड़ियां है, तो दूसरी ओर आरावली की पहाड़ियां। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत में एक से एक शानदार पहाड़ हैं, पहाड़ों की श्रृंखलाएं हैं और सुंदर एवं मनोरम घाटियां हैं। गर्मियों में यहां पर घूमने बहुत ही यादगार और शानदार होता है। यदि आप हनीमून मनाने के सोच रहे हैं तो हमारे बताए गए हि स्टेशननों में से किसी एक पर जरूर जाएं। आओ इस बार जानते हैं भारत के टॉप हिल स्टेशनों में से एक ऊटी हिल स्टेशनन के बारे में रोचक जानकारी।
ऊटी (तमिलनाडु Ooty Hill Station ) :
1. तमिलनाडु का विश्व प्रसिद्ध शहर ऊटी हनीमून के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। इसे पहाड़ों की रानी कहा जाता है। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल उधगमंडलम या ऊटी को डेस्टिनेशन स्पॉट बनाने में जॉन सुल्लिवन के योगदान को माना जाता है।
2. ऊटी में पहले टोंगा आदिवासियों का गढ़ था। जब अंग्रेज हिंदुस्तान आए तो उन्होंने ऊटी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया। यहा अंग्रेज शासनकाल के कई खूबसूरत निर्माण गेस्टहाउस के रूप में आपका स्वागत करते नजर आएंगे।
3. 1848 में बनाया गया बोटेनिकल गार्डन आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां अलग-अलग प्रजातियों के पौधों की कई किस्में उपलब्ध हैं। हर वर्ष मई के महीने में यहां फूलों की खूबसूरत प्रदर्शनी लगाई जाती है।
4. यहां दूर-दूर तक फैली हरियाली, चाय के बागान, तरह-तरह की वनस्पतियां आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। ऊटी में नीलगिरी पर्वतों की श्रृंखलाएं हैं। पहाड़ी से पहाड़ों, घाटियों और पठारों के नयनाभिराम दृश्य निहारना बेहद खूबसूरत अनुभव है। यहां इन्हें निहारने के लिए दूरबीन का प्रबंध किया गया है।
5. यहां देखने लायक हैं- दोदाबेट्टा पीक, लैम्ब्स रॉक, कोडानाडू व्यू पाइंट, बोटनिकल गार्डन्स, अपर भवानी झील, नीलगिरी माउंटेन रेलवे, सेंचुरी एवेलां और ऊटी झील है।
6. ऊटी झील में नौका विहार कीजिए या मछली पकड़ने का शौक भी पूरा कर सकते हैं। यह झील प्रकृति निर्मित न होकर इंसानों द्वारा बनाई गई है। इसका निर्माण कोयम्बटूर के कलेक्टर जान सुलीवन ने करवाया था।
7. इसके अलावा यहां सुंदर कॉटेज, फेंच्ड फूलों के बगीचे, फूस की छत वाले चर्च और खूबसूरत सड़के हैं यहां कुछ किलोमीटर चलते ही आप खुद को हरी-भरी प्रकृति से घिरा हुआ पाएंगे। यहां चीड़ के पेड़ काफी मात्रा में उगाए गए हैं। ऊंटी के आसपास भी देखने लायक बहुत सारे स्थान हैं।
8. यहां आप घुड़सवारी का लुफ्त भी उठा सकते हैं। छोटे-छोटे डिब्बे वाली गाड़ी में बच्चे घूम सकते हैं। लेक गार्डन से बना सुंदर बाग पर्यटकों के पसंदीदा स्थान में से एक है।
9. दोड्डाबेट्टा के पास कुछ दूरी पर काला हट्टी जलप्रपात है। यहां बेहद खूबसूरत झरना है जिसका पानी 36 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। कैटी वैली ऊटी से लगभग 13 किलोमीटर दूर पड़ती है। यह कुन्नूर रोड पर है। कुन्नूर एक अच्छा पर्यटन स्थल है। यहां पोनोलाजिकल स्टेशन, लाज झरना, कालार कृषि फार्म और रैलिया डैम देखने लोग्य स्थान हैं।
10. ऊटी से 67 किलोमीटर दूर मुदुमलाई वन्य प्राणी विहार है। अगर आप 1-2 दिन रुकते हैं, तो वन्य प्राणी विहार को देखना आपके लिए बहुत अच्छा अनुभव होगा। यहां बहुत से पेड़-पौधे और जीव-जंतु हैं। यहां इनकी दुर्लभ प्रजातियां हैं। यहां हाथी, बड़ी गिलहरियां, सांभर, चीतल, भौंकनेवाले हिरण और उड़नेवाली गिलहरियां तो यूं ही देखने को मिल जाती हैं। इस अभयारण्य में किस्म-किस्म के पक्षियों को भी देखा जा सकता है। इनमें रंगबिरंगे तोते, काले कठफोड़वे, गरुड़ आदि शामिल हैं।
कैसे और कब जाएं और कहां ठहरें:-
1. अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच यहां की सैर कर सकते हैं।
2. मेत्तूपलयम बड़ी लाइन का रेलवे स्टेशन है। बड़ी लाइन का प्रमुख रेल जंक्शन कोयंबटूर है, जो कि सभी बड़े नगरों से मिला हुआ है।
3. यहां से सबसे नजदीक हवाई अड्डा कोयंबटूर है, जो कि 100 किलोमीटर दूर है। आप चेन्नई, कोजीकोडे, बंगलोर और मुंबई से कोयंबटूर के लिए सीधी उड़ान भर सकते हैं।
4. डेक्कन पार्क रिजॉर्ट, होटल वेलबैक रेजीडेंसी, होटल लेक व्यू, होटल ऊटी आदि जगह आप ठहर सकते हैं।
फोटो सोर्स : तमिलनाडु ऊटी टूरिज्म डिपार्टमेंट