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भारत के इस राज्य में होती है सबसे ज्यादा बारिश, जानें खास टूरिस्ट स्पॉट

भारत के इस राज्य में होती है सबसे ज्यादा बारिश, जानें खास टूरिस्ट स्पॉट

WD Feature Desk

, बुधवार, 11 सितम्बर 2024 (14:40 IST)
Meghalaya Ghumne Layak Jagha: विश्‍व में सर्वाधिक बारिश वाले देशों में भारत टॉप लिस्ट में है। इसमें भी भारत का राज्य मेघालय एक ऐसी जगह है जहां पर विश्‍व में सर्वाधिक वर्षा होती है। मेघालय भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य है। मेघालय में देखने लायक सैकड़ों टूरिज्म स्पॉट है। यहां पर आप मार्च से जून के बीच घूम सकते हैं। इसके बाद बारिश में तो सोच भी नहीं सकते हैं।ALSO READ: सबसे ज्यादा बारिश वाले मेघालय में भी पानी की किल्लत
 
1. शिलॉन्ग : मेघालय का अर्थ है बादलों का घर। यहां आकर जीवन की हर चिंता समाप्त हो जाती है। यहां बहुत सारे हिल स्टेशन हैं। उन्हीं में से एक है शिलांग। मेघालय की राजधानी शिलॉन्‍ग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। शिलॉन्ग में दुनिया के सबसे ऊंचे वाटरफॉल में से एक है जिसे देखने दुनियाभर से लोग आते हैं। शिलॉन्ग में लेडीहाईडारी पार्क है। यह स्थल पर्यटकों के मध्य बहुत ही प्रसिद्ध है। इसके पास छोटा सा चिड़ियाघर है। यदि इस स्थल के इतिहास के बारे में जानना चाहते हैं तो राज्य के केंद्रीय पुस्तकालय में यहाँ के आदिवासियों के रहन-सहन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
 
2. चेरापूंजी : चेरापूंजी का स्‍थानीय और आधिकारिक नाम सोहरा है जो शिलॉन्‍ग से 56 किलो मीटर की दूरी पर है। यह खासी पहाड़ी के दक्षिणी किनारें पर स्थित एक छोटा सा कस्‍बा है। चेरापूंजी 12 महीने ही घनी बारिश के कारण विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां नोहकालीकई झरना के साथ ही बहुत ऊंचे ऊंचे सुंदर झरने हैं। चेरापूंजी के कुछ महत्‍वपूर्ण पर्यटन स्‍थल हैं माकडॉक-डिमपेप घाटी का दृश्‍य जो शिलॉन्‍ग और चेरापूंजी के बीच स्थित है, सोहरा बाजार और रामकृष्‍ण का मंदिर, संग्रहालय, नोखालीकाई जल प्रापत, प्रथम प्री साइबेरियन चर्च, वेल्‍श मिशनरियों की दरगाहें, एंगलिकन सिमेंटरी, इको पार्क डबल डेकर रुट ब्रीज, चेरापूंजी मौसम विज्ञान वेधशाला।
 
3. नोंगपोह : यह एक बेहद ही खुबसूरत छोटा सा नगर है। यहां पर ब्रह्मपुत्र नदी को देखा जा सकता है। यहां की जलवायु और प्राकृतिक सुंदरता के कारण ही यह पर्यटकों के बीच मशहूर है। 
 
4. मौसिनराम : यह स्थान भी चेरापूंजी की तरह सुंदर है। यहां वर्षा का मजा लिया जा सकता है। यह दुनिया के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है।  शिवलिंग के आकार का बना गांव चेरापूंजी के पास ही है। 
 
5. डौकी नदी : डॉकी या डौकी रिवर मेघालय की राजधानी शिलांग से 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से बांग्लादेश की बॉर्डर महज 2 किलोमीटर की दूरी पर है। यह भारत की सबसे सबसे साफ नदी है जिसके तल में पड़े पत्थरों को देखा जा सकता है। यह स्थान चारों ओर पहाड़ों से घिरा हुआ है और इसमें आप बोटिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। एक साधारण पुरानी-सी नाव, शीशे-सा चमकता साफ पानी और ठंडी हवा जादुई स्वर्ग जैसा माहौल बनता है।
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6. मॉस्मई गुफा : जैंतिया पहाड़ियों में स्थित इस गुफा को दुनिया की सबसे लम्बी गुफा माना जाता है। इसकी लम्बाई लगभग 24.5 किलोमीटर बताई जाती है। इस गुफा की खोज 2016 में की गई थी। यहां जाने के लिए आप शिलॉन्ग से टैक्सी कर सकते हैं और यहां आप ट्रेक्किंग का भी मजा ले सकते हैं।
 
7. डब्बल डेक्कर ब्रिज : यह मेघालय का काफी फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। यहां हर साल लाखों पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं। यह ब्रिज लगभग 50 मीटर लंबा है और 1.5 मीटर चौड़ा है। इस ब्रिज के नीचे उमशियांग नदी बहती है और इस ब्रिज की जड़ों को मजबूत होने में 15 से 20 साल तक लग जाते हैं। मेघालय में खतरनाक बेम्बू ब्रिज भी है। 
 
8. र्नोहकालीकई झरना : नोहकालीकई झरना पूर्वोत्तर भारत के मेघालय राज्य में पूर्वी खासी हिल्स जिला में स्थित है। यह लगभग 340 मीटर ऊंचा है और यहां 12 माह ही बारिश होती रहती है क्योंकि यहां पर मौजूद है चेरापूंजी जहां पर भारत में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जाती है। इसलिए यहां का मौसम हमेशा ही सुहावना बना रहता है। निरंतर बारिश की वजह से यहां का झरना हमेशा ही बहता रहता है।
 
9. लांगशिआंग झरना : मेघालय में ही इसके अलावा लांगशिआंग झरना है जो लगभग 337 मीटर ऊंचा है। यह पश्चिमी खासी हिल्स जिला में स्थित है। यह झरना ऊंची खांसी पहाड़ी और जंगली रास्तों से नीचे की ओर गिरता है। इसके अलावा नोह्स्न्गीतीआंग झरना पूर्वी खासी हिल्स जिला में स्थित है। यह लगभग 315 मीटर ऊंचा है। इस झरने को सेवेन सिस्टर वाटरफॉल या मांसमाई फॉल के नाम से भी जाना जाता हैं क्योंकि यह झरना सात भागों में बंटा हुआ है जो मांसमाई गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर है। एक अन्य झरना काईनरेम झरना मेघालरय के चेरापूंजी में ही पूर्वी खासी हिल पर एक और झरना है जो लगभग 305 मीटर ऊंचा है। चेरापूंची से लगभग 12 किलोमीटर दूर यहां पर थांगखारंग पार्क भी मौजूद है। क्यन्रएं झरना भी यहां मौजूद है।
 
10. ऐलीफेंट फाल: ऐलीफेंट फाल जो शहर से 12 किमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर झरने दो पहाड़ों के मध्य बहता है। डॉक्टर की दी हुई दवाईयाँ काम नहीं कर रही हैं तो पर्यटकों के लिए जाक्रेम पहुँच सकते हैं। जाक्रेम प्रसिद्ध स्वास्थ रिसोर्ट है जहाँ गर्म फुवारे में कई दवाईयों की शक्तियाँ मौजूद हैं।
 
11. सीजू गुफा: नाफाक नदी के पास स्थित यह प्रसिद्ध गुफा सिमसांग गेम रिसर्व के निकट पाया गया हैं। इस गुफा में स्टेलगमाइट्स( ज़मीन के ऊपर से उठते हुए चट्टान का पतला टुकड़ा) एवं स्टेलगटाइट्य( हिमलुंबी) नज़र आते हैं। मेघालय में अक्टूबर से लेकर मार्च तक भ्रमण करने के लिए बहुत ही उपयुक्त समय है।
 
11. नौकायान: डाकी जैसा नाम वैसे ही जगह है जहाँ पर हर साल नौकाओं की प्रतियोगिता होती है। यह उमगोट नदी पर आयोजित किया जाता है। शिलांग मुख्य रूप से अच्छे गोल्फ कोर्स के लिए जाना जाता है। सबसे अच्छा पर्यटक स्थल माना जाता है। उमाइउम नदी पर सैलानी कई जलाशय क्रीड़ा खेल सकते हैं।
 
12. तुरा: तुरा, मेघालय के घा पहाड़ों पर स्थित है। कई सैकड़ों तक भूमि फैली हुई थी। ब्रह्मपुत्र की नदी बांग्लादेश की तरफ बह रही है। रोंमग्रेनगीरी, स्थान पर तुरा 79 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। ऐतिहासिक स्थान है जहाँ पर गार्नस ने अँग्रेजों के साथ अंतिम युद्ध यहाँ पर लड़े गए थे। बाल प एक नैशनल वन्य जीव पार्क, तुरा से 167 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। विभिन्न मछलियों को देखना तथा उन्हें पर्यटक पकड़ना चाहते हैं तो नाफाक नदी पर पर जा सकते हैं। यहाँ आपको रंगबिरंगी चिड़िया भी दिखाई देंगी।
 
कैसे पहुंचें:- 
वायु मार्ग : शिलॉग्न से 35 किलोमीटर दूर अमरोही में हवाई अड्डा है। दिल्ली से 1490 किलोमीटर दूर है शिलॉन्ग।
रेल मार्ग : शिलांग का निकटतम रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है, जो 100 किमी की दूरी पर है।
सड़क मार्ग : गुवाहटी से बस या निजी वाहन द्वारा शिलॉन्ग जा सकते हैं।

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