अमलनेर- Mangal Mangal Grah Mandir Amalner : महाराष्ट्र में जलगांव के पास अमलनेर में स्थित श्री मंगल देव ग्रह का एक प्राचीन मंदिर है। यहां पर हर मंगलवार के दिन लाखों भक्त मंगल देव के दर्शन करने जाते हैं। कहते हैं कि इस मंदिर में मंगलवार को हर वर्ग और समाज के लोग आकर मंगल देव के समक्ष हाजिरी लगाते हैं। खासकर मांगलिक दोष से पीड़ित लोग, राजनीतिज्ञ, किसान, ब्रोकर, पुलिस, सैनिक, सिविल इंजीनियर के साथ ही जिन लोगों को किसी भी प्रकार का कोई रोग है तो वे भी मंगल देव के मंदिर में आकर उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।
मंदिर से जुड़े भक्तों का मानना है कि यह धरती पुत्र मंगल देव का जन्म स्थान है। जहां पर पंचमुखी हनुमानजी के साथ ही भू-माता के साथ मंगल देव विराजमान हैं। मंदिर में बार बार आने वाले भक्तों ने भी मंगल देव के दर्शन और पूजन करने के बाद अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि यहां पर आने के बाद हमारे जीवन की समस्याओं का समाधान हुआ और यहां आकर बहुत ही शांति का अनुभव होता है।
एक भक्त गोरखनाथ सुरेश चौधरी ने बताया कि मैं यहां अमलनेर का निवासी हूं। यहां मंगल ग्रह मंदिर में बड़ी संख्या में लोग आते हैं और जो मांगलिक हैं वे यहां पर आकर अभिषेक करते हैं या पूजा करते हैं। वैसे ही मैं भी यहां दर्शन और पूजा के लिए आता हूं। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की ऐसी भावना है कि उनकी मन की जो मनोकामना है वह पूर्ण हो जाती है। ऐसा कहते हैं कि मंगल भू माता के पुत्र हैं और भूमि से संबंधित जो भी कार्य है वह सफल होते हैं। मेरे पास भी जमीन का एक टुकड़ा था जो 20-25 साल से ले रखा था। उसका कोई अच्छा खरीददार नहीं मिल रहा था। कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि इसका क्या करना है। तब मैंने मंगलदेव से मन्नत मांगा कि इसका क्या करना है, आप सी रास्ता बताओ। फिर मंगलदेव ने ही यह विचार दिया होगा कि आज मैंने वहां पर 'मंगल कार्यालय' का काम शुरू किया है। जहां पर अब मेरा काम अच्छा चल रहा है।
जालना से दीपा हरिश महाजन ने भी अपने अनुभव बताए कि मैं अपने बेटे के लिए आई हूं जिसे की मांगलिक दोष है। यहां आकर मुझे बहुत ही अच्छा अनुभव हुआ है और बहुत ही अच्छे से यहां पर अभिषेक कराया जाता है।
मुंबई से भूषण मधुकर माली ने बताया कि मैं 10 साल में मंगल ग्रह मंदिर में आ रहा हूं और अभिषेक करवा रहा हूं। अभिषेक करके मुझे बहुत अच्छा अनुभव आ रहा है मैंने लगभग 2 करोड़ के आसपास एक फैक्ट्री खरीदी है और अब वह बहुत ही अच्छे से संचालित हो रही है। यहां बहुत अच्छे से अभिषेक कराया जाता है।
गुजरात के जिला तापी तालुका सोनगढ़ से मोती सुरतिया मंदिर में अपने भाई के लिए मंगल अभिषेक कराने के लिए आए और उन्होंने कहा कि यहां की व्यवस्था बहुत ही अच्छी है और अभिषेक भी बहुत ही अच्छे तरीके से कराया जाता है।
पुणे के रहने वाले नासिक से पधारे चार्टेट अकाउंटेंट पुर्वेश सोनोने के बताया कि यह मंदिर बहुत प्राचीन है। जिनको भी मंगल से संबंधित परेशानी है या भूमि से संबंधित जो भी परेशानी है वह यहां आकर दूर हो जाती है। यहां की व्यवस्था भी बहुत ही अच्छी है।
उल्लेखनीय है कि यहां पर मंगल देव की 5 तरह की पूजा होती है- पंचामृत अभिषेक, सामूहिक अभिषेक, एकल अभिषेक, हवनात्मक पूजा और भोमयाज्ञ पूजा। कहते हैं कि यहां पर मंगलवार को आकर की गई मंगल पूजा और अभिषेक से शर्तिया मंगल दोष से मुक्ति मिल जाती है और जातक सुखी वैवाहिक जीवन यापन करता है।