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ओवरलोडिंग और शॉर्टकट सीधी बस हादसे की बड़ी वजह, 45 मौत के बाद घेरे में RTO, बोले परिवहन मंत्री लापरवाही मिली तो बख्शा नहीं जाएगा

पिछले हादसों से क्यों नहीं लिया कोई सबक ?

ओवरलोडिंग और शॉर्टकट सीधी बस हादसे की बड़ी वजह, 45 मौत के बाद घेरे में RTO, बोले परिवहन मंत्री लापरवाही मिली तो बख्शा नहीं जाएगा
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विकास सिंह

, मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021 (17:56 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी में एक बड़े बस हादसा सामने आय़ा है। सीधी से सतना जा रही बस बेकाबू होकर बाणसागर नहर में गिर गई। हादसे में 45 लोगों की मौत हो गई है और सभी शवों को बरामद कर लिया गया है। इस बीच, बचाव कार्य भी पूर्ण हो चुका है। सीधी में हुए इस भीषण सड़क हादसे ने एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिया है। इस भीषण सड़क हादसे के पीछे ओवरलोडिंग के साथ ड्राइवर की बड़ी चूक सामने आ रही है।
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हादसे का शिकार हुई परिहार ट्रैवेल्स की बस में क्षमता से दोगुने की संख्या में यात्री सवार थे। परिहार ट्रैवेल्स की 32 सीटर यात्री बस में करीब 60 लोग सवार थे। आज सबुह करीब साढ़े सात बजे जब ओवरलोड छुहिया घाटी में लगे जाम के कारण रुट बदलकर नहर के किनारे से सतना की ओर जा रही थी तब बस के ड्राइवर ने ओवरटेक करने की कोशिश की जिससे उसका बस पर से नियंत्रण खो गया और बेकाबू नहर में पलट गई। 

वहीं हादसे को लेकर सतना से लोकसभा प्रत्याशी रहे शशांक सिंह ने सतना आरटीओ की भूमिका पर सवाल उठा दिए है। शंशाक सिंह का आरोप है कि बस बिना परमिट के चल रही थी। उन्होंने सतना RTO को फौरन निलंबित करने की मांग की है।
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वहीं प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सीधी बस हादसे पर दुख जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए है। गोविंद सिंह राजपूत ने विभागीय अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के दिए निर्देश दिए है। हादसे के बाद परिवहन विभाग के डिप्टी कमिश्नर दुर्घटना स्थल पर पहुंचे है। घटना में अधिकारियों की लापरवाही की बात सामने आने पर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि यदि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कोई हादसा होता है तो अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। 
 
मृतक के परिजनों को 5 लाख की सहायता- सीधी बस हादसे पर सीएम शिवराज ने दुख जातते हुए मुआवजे का ऐलान कर दिया है। सरकार ने घटना में मारे गए मृतक के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। मुख्यमंत्री ने बाणसागर डैम से नहर का पानी रोकने के निर्देश दिए है। राहत और बचाव काम में एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया है। मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव काम की निगरानी के लिए जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और पंचायत राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल को स्टेट प्लेन से सीधी भेजा है।

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