भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी ड्रामा पल-पल बदल रहा है। अब खबरें हैं कि सिंधिया समर्थक विधायकों का बेंगलुरू से भोपाल आना कैंसल हो गया है।
शिवराज सिंह के घर चल रही बैठक खत्म हो गई है। कांग्रेस के बागी विधायकों के भोपाल नहीं आने पर भाजपा नेता कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं कि भोपाल आ रहे थे। कांग्रेस भी कह रही थी कि फ्लोर टेस्ट होना चाहिए।
सियासी हालातों पर चर्चा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आनन-फानन में अपने निवास पर बैठक बुलाई थी।
इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव इस बैठक में मौजूद थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को 3 बजे दिल्ली वापस जाना था, लेकिन अभी तक सिंधिया भी भोपाल में मौजूद हैं। विधायकों के भोपाल न आने से मध्यप्रदेश में एक बार फिर सियासी समीकरण बदल गए हैं।
इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सलाह पर मंत्रिपरिषद के 6 सदस्यों को तत्काल प्रभाव से परिषद से बर्खास्त कर दिया।
सरकार से जिन मंत्रियों को बर्खास्त किया गया है उनमें इमरती देवी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्नसिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी हैं। आज मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की थी।