भोपाल। बंगाल की खाड़ी में दो दिन पहले बने ऊपरी हवाओं का चक्रवात के चलते मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर हल्की बारिश होने के आसार हैं।
स्थानीय मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश से मौसम की विदाई के पहले बंगाल की खाड़ी में दो दिन पहले बने सिस्टम के कारण राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की बारिश होने की उम्मीद है। राज्य में मॉनसून की विदाई कुछ दिन के लिए टल गई है। ऊपरी हवाओं में बने चक्रवात का असर पश्चिम बंगाल के गंगा का मैदानी क्षेत्र में पहुंचा है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश के होशंगाबाद और इंदौर संभाग में आने वाले जिले के साथ-साथ सीधी, सिंगरौली, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी में कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे के दौरान हल्की बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है।
वहीं जबलपुर और भोपाल संभाग के जिलों के साथ ही उज्जैन, देवास, शाजापुर और गुना जिले में भी कहीं-कहीं वर्षा या बौछारें पड़ सकती हैं। दूसरी ओर राज्य के होशंगाबाद, रीवा और शहडोल जिले में गरज चमक के साथ बिजली गिर सकती है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में मौसम का रुख दो से तीन दिन तक ऐसा ही बने रहने की उम्मीद है। अभी इन तीन दिनों के अंदर विशेष बदलाव के आसर नहीं हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान इंदौर संभाग में आने वाले जिलों में अनेक स्थानों पर, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा सागर और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की गई।
दिन के अधिकतम तापमान चंबल संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक, रीवा, सागर, उज्जैन व ग्वालियर में सामान्य से अधिक रहा। सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस श्योपुरकला में दर्ज की गई। राज्य की राजधानी भोपाल और इसके आसपास सुबह 9 बजे के करीब हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद गर्मी और उमस का काफी प्रभाव रहा। (वार्ता)