उत्तर भारत में जून के 12 दिन गुजर चुके हैं और मानसून की रफ्तार थम सी गई है। गर्मी से बेहाल मध्यप्रदेश में अब तक सिर्फ 40.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि जून में औसत बारिश का कोटा 68 मिमी है। मौसम विभाग के अनुसार जून में कम से कम 5 दिन औसत बारिश होना चाहिए।
हालांकि इसके पहले अनुमान लगाया गया था कि इस बार मध्यप्रदेश में मानसून समय से पहले पहुंच सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की सुस्त रफ्तार का कारण बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम बांग्लादेश की ओर मुड़ जाना है, इस कारण मानसून धीमा पड़ गया है। फिलहाल प्रदेश में गर्मी और उमस से राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही।