मध्यप्रदेश के राज्यपाल और भाजपा के दिग्गज नेता लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। लालजी टंडन जो पिछले दिनों लखनऊ के निजी अस्पताल में एडमिट में थे वहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली। लालजी टंडन के बेटे और योगी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन ने उनके निधन की पुष्टि की है। लालजी टंडन का जन्म 12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में हुआ था। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में लालजी टंडन विधायक, सांसद के साथ बिहार और मध्यप्रदेश के राज्यपाल भी रहे। वर्तमान में वह 29 जुलाई 2019 से मध्यप्रदेश के राज्यपाल थे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी के करीबियों में शामिल रहे लालजी टंडन अटल जी के बाद 2009 से 2014 तक लखनऊ संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व किया। लोकसभा चुनाव के दौरान लालजी टंडन ने अटलजी की चरण पादुका लेकर चुनाव लड़ा था।
लखनऊ सीट से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे लालजी टंडन ने कहा था कि लखनऊ तो हमेशा अटलजी का ही रहेगा,मैं तो उनकी चरण पादुका लेकर चुनाव में उतरा हूं। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान लालजी टंडन अपने रोड शो में अटलजी तस्वीर आगे लेकर घूमे थे। अटलजी 1991 से 2009 तक लगातार लखनऊ सीट से सांसद चुने गए थे, 2009 में अस्वस्थ होने के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा
लालजीटंडन ने अपने राजनीतिक सफर में संसदीय जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश विधानसभा परिषद के सदस्य के रूप में 1978 से शुरु की थी। इसके साथ लालजी टंडन 1996 से 2009 तक लगातार तीन बार उत्तरप्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए। इस दौरान भाजपा के दिग्गज नेता लालजी टंडन सितंबर 2003 से मई 2007 तक उत्तरप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। लालजी टंडन उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह सरकार और भाजपा बसपा गठबंधन वाली मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।