मध्य प्रदेश में मंगलवार से शुरु हुई सियासी उठापटक अब भी जारी है। शह और मात के इस सियासी खेल में एक दूसरे पर भारी पड़ने के लिए लगातार मंथनों क दौर जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार सरकार गिराने की कोशिश में लगी हुई है लेकिन हम उनको सफल नहीं होने देंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा सरकार पूरी तरह सुरक्षित है।
दिन भर मुख्यमंत्री निवास पर मैराथन बैठक के बाद देर रात बाहर निकले दिग्विजय सिंह भाजपा पर हमलावर नजर आए। उन्होंने भाजपा नेता अरिवंद भदौरिया पर कांग्रेस विधायकों को अपने साथ ले जाने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा विधायकों संजय पाठक और विश्वास सांरग के अपनी जान को खतरा बताने पर बोले दोनों नेताओं को बयानबाजी करने की बजाए थाने में रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए
कांग्रेस विधायकों का भोपाल में डेरा – इस बीच तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को भोपाल बुला लिया है। पार्टी से नाराज चल रहे विधायकों को मानने की जिम्मेदारी खुद पार्टी के दिग्गज नेताओं ने संभाल रखी है। इसके साथ सरकार के सीनियर मंत्रियों को भी विधायकों से लगातार संपर्क में रहने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सपा-बसपा विधायक पर कमलनाथ की नजर – सपा और बसपा विधायकों को सरकार के साथ एकजुट रखने के लिए खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ इनसे सीधे संपर्क में है। शुक्रवार को बसपा विधायक रामबाई और संजीव सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वह भिंड में ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान की मदद के लिए मुख्यमंत्री से मिले।
मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना- उधर सरकार की स्थिरता को लेकर उठ रहे सवालों के बीच एक बार मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई है। सियासी उठापटक के बीच दिल्ली से भोपाल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मंत्रिमंडल विस्तार का समर्थन कर सियासत को और गर्म दिया। पार्टी से नाराज चल रहे सीनियर विधायकों को मंत्री बनाकर उनकी नाराजगी दूरी की जा सकती है।
निर्दलीय विधायक शेरा सरकार के साथ – पिछले तीन दिन से बेंगलुर में डेरा डाले निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा आज भोपाल लौटकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने वाले है। शेरा ने एक वीडियो संदेश में पूरी तरह कमलनाथ सरकार के साथ होने की बात कही। उन्होंने अपने को बेंगलुरु में जबरन रोके जाने का आरोप लगाया है। शेरा ने कहा कि वो पूरी तरह मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस सरकार के साथ है।