सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार और साहित्यकार चंद्रसेन विराट का इंदौर में देहावसान हो गया है। उन्होंने साहित्य जगत को कई मर्मस्पर्शी दोहे और ग़ज़लें दी हैं। उनके काव्य-संग्रह अत्यंत पसंद किए जाते रहे हैं।
13 गीत संग्रह, 11 ग़ज़ल संग्रह, 2 दोहा संग्रह तथा 5 मुक्तक संग्रह साहित्य संसार को उनकी विशिष्ट देन रही हैं। उन्हें कई सम्मानों और पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।
साहित्य की अत्यंत समृद्ध विरासत वे अपने पीछे छोड़ गए हैं। विनम्र व्यक्तित्व के धनी श्री विराट का जाना अपूरणीय क्षति है।