भोपाल। मध्य प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती के लिए कमलनाथ सरकार ने अब पूरा दोष पिछली भाजपा सरकार पर मढ़ दिया है। वर्तमान सरकार ने अघोषित बिजली कटौती के लिए भाजपा सरकार में खरीदे गए घटिया बिजली उपकरणों को जिम्मेदार ठहराया है।
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक पिछली सरकार ने घटिया स्तर के बिजली उपकरण खरीदे थे जो अब खराब हो रहे है जिसके चलते बार-बार टिपिंग की समस्या आ रही है और विदुयत आपूर्ति बाधित हो रही है।
जनसंपर्क मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बिजली विभाग में उपकरणों की खरीदी में बड़े पैमाने पर भष्टाचार कर घटिया स्तर के ट्रांसफार्मर, डीपी और तार खरीदे गए जो अब खराब हो रहे हैं जिसके चलते बिजली गुल हो रही है। इसलिए सरकार ने फैसला किया है कि पिछली सरकार में खरीदे गए घटिया बिजली उपकरणों की जांच होगी। इसके साथ ही सरकार ने फैसला किया है कि दस सालों मे जो भी बिजली से संबंधित उपकरण खरीदे गए है उनकी परफॉर्मेस ऑडिट रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।
भाजपा का पलटवार – वहीं कांग्रेस के इन आरोपों के बाद अब भाजपा ने बड़ा पलटवार किया है। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार पहले यह तय कर लें कि वो ट्रांसफर पर ध्यान देगी या ट्रांसफार्मर पर। हर मोर्च पर पहले से ही विफल कांग्रेस सरकार जब खुद बिजली आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं कर पा रही है तो इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अगर ट्रॉसफॉर्मर खराब खरीदे गए थे तो बिजली भाजपा सरकार के समय जानी थी कांग्रेस सरकार के आते ही बिजली जाना समझ से परे है।