भोपाल। कर्नाटक में सियासी उठक-पटक का असर आज मध्यप्रदेश विधानसभा में भी देखने को मिला। सदन में शून्यकाल में हेलिकॉप्टर किराए पर लिए जाने के ध्यानार्कषण पर चर्चा के दौरान सरकार की स्थिरता पर सवाल उठ गए।
इस दौरान सदन में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सदन में बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर हमको हमारे नंबर 1 और नंबर 2 का आदेश मिला तो सरकार गिराने में 24 घंटे का समय नहीं लगेगा।
नेता प्रतिपक्ष के इस बयान के बाद सदन के नेता मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती दे दी और कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष हर दिन सरकार की स्थिरता पर सवाल उठाता रहता है, जो सही नहीं है। इस दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ और कांग्रेस विधायकों ने कहा सदन में खुलेआम खरीद-फरोख्त की बात हो रही है।
इस दौरान सदन में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि संख्या बल के आधार पर यह सरकार अल्पमत की सरकार है और राजनीति में तो दांवपेंच चलते रहेंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि अपनी व्यवस्था मजबूत रखे, इसके लिए व्यथित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वे चाहते है कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री निश्चिंत होकर अपना काम करें जब तक चलेगी तब तक चलेगी, नहीं तो गिर जाएगी।
इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि यह रोज अल्पमत की ढोलकी बजाते रहेंगे कि यह अल्पमत की सरकार है। उन्होंने विपक्ष को चैलेंज देते हुए कहा कि एक बार हो जाए कि यह अल्पमत की सरकार है या बहुमत की सरकार।