Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

मध्यप्रदेश में भाजपा दिग्गजों की मेल-मुलाकातों और दिल्ली दौड़ ने बढ़ाया सियासी पारा

मध्यप्रदेश में भाजपा दिग्गजों की मेल-मुलाकातों और दिल्ली दौड़ ने बढ़ाया सियासी पारा
, सोमवार, 29 अगस्त 2022 (13:47 IST)
भोपाल। गृहमंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे के बाद में मध्यप्रदेश में सियासी मेल मुलाकातों और दिग्गज नेताओं की दिल्ली दौड़ ने एक बार सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। पार्टी के दिग्गज नेताओं की आपसी मेल-मुलाकतों के कई सियासी मायने तलाशे जा रहे है। ऐसे में जब मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार और संगठन दोनों ही चुनावी मोड में आ चुका है, तब मध्यप्रदेश में सियासी हलचल भी तेज है। इस बीच भाजपा के दिग्गज नेताओं की मंदिर-मंदिर परिक्रमा ने भी सियासी गलियारों में अटकलों को और गर्मा दिया है। 
 
मध्यप्रदेश में चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार और सत्ता और संगठन में संभावित फेरबदल से पहले दिग्गज नेताओं के दिल्ली दौड़ भी तेज हो गई है। बताया रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को दिल्ली दौरे पर जा रह है, वहीं गृहमंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे के बाद पिछले सप्ताह गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दो दिन के दिल्ली दौरे पर रहे है। अपने दो दिन के दिल्ली दौरे के दौरान गृहमंत्री किन नेताओं से मिले यह तो समाने नहीं आया लेकिन उनके दिल्ली दौरे को सियासी गलियारों में काफी अहम माना जा रहा है।

वहीं भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ती सक्रियता को भी काफी अहम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौाहन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर-चंबल के बाढ़ प्रभावित इलाकोंं के दौरे के बाद सियासी चर्चाओं और अटकलों का दौर और तेज हो गया है।  
ALSO READ: क्या सिंधिया-कैलाश की जुगलबंदी और अमित शाह की वन-टू-वन चर्चा मध्यप्रदेश की सियासी तस्वीर बदलने का है संकेत?
वहीं मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल और विस्तार की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार जिलों की समीक्षा बैठक करने के साथ विभागों की समीक्षा कर रहे है। जिलों की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री प्रभारी मंत्रियों की कामकाज की समीक्षा के साथ ग्राउंड पर सरकार की योजनाओं की क्रियान्वयन की सीधी रिपोर्ट ले रहे है।   

नेताओं की मेल-मुलाकातों के सियासी मायने?-सत्ता और संगठन में फेरबदल की अटकलों के बीच भाजपा के बड़े नेताओं की आपसी मेल मुलाकातों के भी कई सियासी मायने निकाले जा रहे है। सियासी मेल-मुलाकातों का केंद्र भोपाल से लेकर इंदौर और ग्वालियर बना हुआ है। पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी से मुक्त होने के बाद इंदौर में भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय से लगातार पार्टी के बड़े नेताओं की मुलाकातों का सिलसिला चल रहा है। गृहमंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे के दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री  ज्योतिरादित्य की कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात करना और कहना कि पार्टी से मिलने वाले दायित्व का उनके मार्गदर्शन में पूरा करने के बयान को सियासी गलियारों में काफी अहम माना जा रहा है। वहीं रविवार को अपने इंदौर दौरे के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की। वहीं एक दिन पहले भोपाल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हुई मुलाकात को भी काफी अहम माना जा रहा है।  
 
गृहमंत्री शाह ने की थी वन-टू-वन चर्चा-पिछले सप्ताह गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भोपाल दौर के दौरान सरकार और संगठन के बड़े चेहरों के साथ वन-टू-वन चर्चा की थी। भोपाल दौरे के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ संगठन को दोनों बड़े चेहरे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ अलग-अलग चर्चा कर संगठन और सरकार का फीड बैक लिया था। अमित शाह की वन-टू-वन चर्चा में गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रदेश के बड़े नेताओं की बंद कमरे में क्या बात हुई, इसके सिर्फ कयास लगाए जा रहे है।
 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

'बीमार' कांग्रेस 'कंपाउंडर' से दवा ले रही है : आजाद