भोपाल में मंत्रालय की आग में गोपनीय शाखा के दस्तावेज जलकर खाक!,कांग्रेस ने सरकार को घेरा
5वीं मंजिल से उठी आग अब भी धधक रही, कांग्रेस ने बताया सरकारी आग
भोपाल। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भोपाल में मंत्रालय में भीषण आग में गोपनीय शाखा में रखे दस्तावेज खाक हो गए है। सुबह 9.30 बजे मंत्रालय में पांचवी मंजिल से उठी आग की लपटों ने धीरे-धीरे पूरी बिल्डिंग को अपने कब्जे में ले लिया है और आग देखते ही देखते चौथी, तीसरी और छठीं मंजिल पर पहुंच गई। आग इतनी भीषण थी कि आग को काबू में पाने के लिए 100 से अधिक दमकलों के साथ सेना के जवानों को भी जुटना पड़ा। वहीं आग अब भी धधक रही है।
मंत्रालय से जुड़े सूत्र बता रहे है कि आग से मंत्रालय में गोपनीय शाखा में रखे दस्तावेज पूरी तरह जल का नष्ट हो गए है। बताया जा रहा है कि आग से मंत्रालय के 40 से अधिक कमरों को नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि आग में कई विभागों की महत्वपूर्ण फाइलें और अन्य दस्तावेज खाक हो गए है। पांचवी मंजिल पर आग की चपेट में मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान की फाइलें भी खाक होना बताई जा रही है।
वहीं मंत्रालय में आग लगने को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है वल्लभ भवन में लगी आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। कलेक्टर भोपाल ने सूचना दी कि पुराने वल्लभ भवन में आग लगी है। मुख्य सचिव को घटना की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। पेपर्स तथा अन्य आवश्यक संसाधनों को सुरक्षित रखने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।कोशिश यही होगी कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंत्रालय में आग लगने के पीछे बड़ी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि मंत्रालय में सरकारी आग है और आग सरकार ने लगाई है। उन्होंने कहा कि भष्टाचार के सबूत मिटाने के लिए आग लगाई गई है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वहीं जीतू पटवारी ने जब मंत्रालय के अंदर जाने की मांग की तो पुलिस प्रशासन के अफसरों ने उन्हें रोक लिया जिसके बाद वह मंत्रालय के सामने धरने पर भी बैठ गए। वहीं पूर्व नेता प्रतिपत्र ड़ॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार के इशारे पर आग लगवाई गई जिससे करोड़ों के भ्रष्टाचार के दस्तावेज जलकर खाक हो गए। उन्होंने लोकायुक्त से पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।