भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार के गठन पर आज शनिवार को विरोध जताते हुए कहा कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस को अपनी ताकत जमीन पर दिखाने के लिए सड़कों पर उतरना चाहिए।
सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को अपनी ताकत जमीन पर दिखाकर सड़कों पर उतरना चाहिए। देखते हैं मुंबई और महाराष्ट्र की जनता किसके साथ है? तीनों पार्टियों के लिए यह अस्तित्व का सवाल है, विशेषकर उद्धव और ठाकरे परिवार के लिए यह प्रतिष्ठा का प्रश्न है।
मप्र भाजपा नेताओं ने दी बधाई : देवेन्द्र फडणवीस के आज शनिवार को दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर मध्यप्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीट में दोनों नेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को मजबूत सरकार मिली है।
मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष चौधरी राकेश सिंह ने ट्वीट के जरिए फडणवीस और पवार को बधाई देते कहा कि महाराष्ट्र में एक स्थिर एवं मजबूत सरकार का गठन हुआ है, जो महाराष्ट्र की जनता के कल्याण एवं विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्वीट के जरिए फडणवीस और पवार को बधाई दी है। कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा- 'आधी छोड़ साजी को धावे, आधी मिले न पूरी पावे।' 'ना खुदा ही मिला, ना विसाले सनम...!'
शकुनि मामा के कारण महाभारत में कौरव वंश का विनाश हुआ। अब लोग पूछ रहे हैं कि शिवसेना को समाप्त करने की सुपारी लेने वाला शकुनि शिवसेना के अंदर कौन है? विजयवर्गीय ने ट्वीट किया- 'अमित शाहजी को 'राजनीति का चाणक्य' यूं ही नहीं कहा जाता। 'जो जीता वही सिकंदर।'