Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने छोड़ी कांग्रेस,भाजपा में शामिल होने की अटकलें

विकास सिंह
गुरुवार, 21 मार्च 2024 (17:38 IST)
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में मिशन 29 के टारगेट के साथ चुनावी मैदान में उतरी भाजपा लगातार छिंदवाड़ा में कमलनाथ के करीबीयों को पार्टी में शामिल कर रही है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेहद करीबी और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। दीपक सक्सेना के जल्द बेटे के साथ भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए पार्टी अध्यक्ष जीतू पटवारी को  चिट्ठी में कहा, ''सन् 1974 से कांग्रेस का सदस्य रहा हूं। सन् 1990 से 7 बार विधानसभा चुनाव लड़ा एवं कोऑपरेटिव बैंक का अध्यक्ष रहा हूं। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी दिग्विजय सिंह के साथ 5 वर्ष तक साथ सह-सचिव पद पर रहा हूं। मुझ जैसे किसान परिवार के छोटे व्यक्ति पर स्व. राजीव गांधी, सोनिया गांधी और कमलनाथ ने विश्वास कर दायित्व दिया. जिसके लिए मैं सदैव कांग्रेस पार्टी के लिए ऋणी रहूंगा।

दीपक सक्सेना ने इस्तीफा देने का कारण बताते हुए पत्र में लिखा "वर्तमान में व्यक्तिगत परेशानियों के कारण कांग्रेस पार्टी की जबावदारी निर्वाहन नहीं कर पा रहा हूं. अतः मेरा कांग्रेस से त्याग पत्र स्वीकार करने का कष्ट करेंगे।''

कमलनाथ को भेजी चिट्टी-कमलनाथ के करीबी नेता के तौर पर गिने जाने वाले दीपक सक्सेना ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के साथ कमलनाथ के विधायक प्रतिनिधि पद से भी इस्तीफा दिया। दीपक सक्सेना ने कमलनाथ को भी चिट्ठी भेजी है. उन्होंने कहा, ''आपके द्वारा मुझ जैसे किसान पर विश्वास एवं भरोसा कर सक्रिय राजनीति में जोडने एवं परिवार का सदस्य मानने के लिये मैं सदैव आपका ऋणी एवं आभारी रहूंगा।.

आपके द्वारा मुझे राजनीति में सकिय कर अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक छिंदवाडा, कांग्रेस पार्टी की ओर से मुझे विधायक उम्मीदवार बनाया गया । मध्य प्रदेश शासन में कांग्रेस सरकार के दौरान दो बार मंत्री भी बनाया गया। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में चुनाव हारने के बाद भी आपके द्वारा मुझ पर भरोसा कर पुनः विधानसभा उम्मीदवार बनाया गया।

उन्होंने कहा कि आपके द्वारा मुझे दो बार विधायक प्रतिनिधि भी बनाया गया जिसके लिये मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा। मेरा परिवार सदैव आपका ऋणी रहेगा, वर्तमान परिस्थिति में मैं अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर सकूंगा, जिसके कारण मैं विधायक प्रतिनिधि एवं संगठन के सभी पदों से त्याग पत्र दे रहा हूं, जिसे स्वीकार करने का कष्ट करेंगे।
 
<>

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Modi-Jinping Meeting : 5 साल बाद PM Modi-जिनपिंग मुलाकात, क्या LAC पर बन गई बात

जज साहब! पत्नी अश्लील वीडियो देखती है, मुझे हिजड़ा कहती है, फिर क्या आया कोर्ट का फैसला

कैसे देशभर में जान का दुश्मन बना Air Pollution का जहर, भारत में हर साल होती हैं इतनी मौतें!

नकली जज, नकली फैसले, 5 साल चली फर्जी कोर्ट, हड़पी 100 एकड़ जमीन, हे प्रभु, हे जगन्‍नाथ ये क्‍या हुआ?

लोगों को मिलेगी महंगाई से राहत, सरकार बेचेगी भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल

सभी देखें

नवीनतम

वीडी शर्मा के बाद अब किसे मिलेगी मध्यप्रदेश भाजपा की कमान?

CM एकनाथ शिंदे के खिलाफ उद्धव ठाकरे का बड़ा दांव, केदार दिघे को दिया कोपरी पाचपाखड़ी टिकट

क्‍या है Cyclone Dana, क्‍या है इसका अर्थ और किसने रखा ये नाम?

मां जिंदा हो जाएगी इस उम्‍मीद में सड़कर कंकाल बनी लाश की पूजा कर रहा था बेटा, ये कहानी सुनकर रूह कांप जाएगी

प्रियंका गांधी के रोड शो की भीड़ असली या फर्जी? भाजपा उम्मीदवार नव्या ने लगाया सनसनीखेज आरोप

આગળનો લેખ
Show comments