भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा देखने को मिला। भारी हंगामे के बीच विधानसभा में कुर्ता फाड़ पॉलिटिक्स देखने को मिली। सदन में जारी हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा अचानक फटे कुर्ते में नजर आए। वहीं उन्होंने सत्ता पक्ष के विधायक उमाकांत शर्मा पर जान का खतरा होने का गंभीर आरोप भी लगाया। कांग्रेस विधायक के आरोपों पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि सदन में पांचीलाल मेड़ा के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ।
कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने उनके साथ मारपीट करने के साथ उनका गला दबाने की कोशिश की। कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा अपनी शिकायत को लेकर आंसदी का घेराव किया। वहीं उनका साथ देने के लिए कांग्रेस के कई अन्य विधायक भी उनके पास पहुंच गए है। वहीं हंगामा होता देख भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा भी आंसदी की ओर बढ़े। भारी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस ने अपने आदिवासी विधायक पांचीलाल मेड़ा के साथ अभद्रता और उनकी जान का खतरा का मुद्दा उठाया। कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा ने मीडिया से बात करते हुए अपनी जान को खतरा बताया। इतना ही नहीं मेड़ा मीडिया से बात करते हुए फफक कर रो दिए। वहीं अपने साथी विधायक को रोता हुए देख कांग्रेस जीतू पटवारी ने उनके आंसू पोंछे। मेड़ा ने कहा कि कल बुधवार को मैं जब विधानसभा में अध्यक्ष के पास जा रहा था, तब गेट पर पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ मारपीट की।
गुरुवार को सदन की कार्रवाई शुरु होते ही कांग्रेस ने पोषण आहार और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले विपक्षी विधायक विधानसभा के गेट नंबर तीन पर धरना दिया।
सदन में लगातार हंगामे के बीच अनुपूरक बजट के साथ कई अन्य विधेयक पारित किए गए। वहीं लगातर भारी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इससे पांच दिन चलने वाला मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मात्र तीन दिन में ही खत्म हो गया।