Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

कांग्रेस ने जोबट का फैसला भूरिया पर छोड़ा, बेटे डॉ. विक्रांत के बजाए महेश पटेल को मौका देना चाहते हैं भूरिया

कांग्रेस ने जोबट का फैसला भूरिया पर छोड़ा, बेटे डॉ. विक्रांत के बजाए महेश पटेल को मौका देना चाहते हैं भूरिया
webdunia

अरविन्द तिवारी

, सोमवार, 4 अक्टूबर 2021 (10:24 IST)
कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने जोबट उपचुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी का फैसला पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे कद्दावर आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया पर छोड़ दिया है।

 
रविवार दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर वे लंबे विचार-विमर्श के बाद यह तय हुआ कि जोबट से चुनाव लड़ा जाए, इसका अंतिम निर्णय भूरिया ही करेंगे। यहां से पार्टी उम्मीदवार का फैसला प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और आलीराजपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष महेश पटेल के बीच होना था। सूत्रों के मुताबिक कांतिलाल भूरिया ने जोबट में अपने बेटे डॉ. विक्रांत के बजाय महेश पटेल को अपनी प्राथमिकता पर रखा है। पटेल की उम्मीदवारी की घोषणा सोमवार दोपहर तक होने की संभावना है।

 
रविवार को कमलनाथ के निवास पर जोबट से कांग्रेस उम्मीदवार के मामले में लंबी चर्चा चली। इस दौरान वहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ही कांतिलाल भूरिया, डॉ. विक्रांत भूरिया, पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपचुनाव के समन्वयक सज्जन सिंह वर्मा, जोबट के प्रभारी खरगोन विधायक रवि जोशी सहित कुछ चुनिंदा नेता ही मौजूद थे।

 
कमलनाथ ने अपनी सर्वे रिपोर्ट तथा स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से प्राप्त फीडबैक सभी को सामने रखा और कहा कि जोबट से कौन चुनाव लड़े, इसका फैसला भूरिया ही करेंगे। वहीं मौजूद डॉ. विक्रांत ने कहा कि प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी के निर्वहन के चलते वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, इसी के बाद परिदृश्य स्पष्ट हो गया था। महेश पटेल वर्तमान में आलीराजपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और वे आलीराजपुर से 2 बार विधानसभा का चुनाव हार भी चुके हैं।
 
उपचुनाव के उम्मीदवारों के संबंध में अलग-अलग स्तर पर विचार विमर्श के बाद कमलनाथ रविवार शाम दिल्ली रवाना हो गए थे। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जोबट और रेगांव के उम्मीदवारों की घोषणा सोमवार को हो जाएगी जबकि खंडवा के उम्मीदवार का फैसला होने में कुछ समय लग सकता है। यहां पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव द्वारा चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद पार्टी के सारे समीकरण गड़बड़ा गए।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

डॉक्‍टर से बनीं IAS अफसर, दो बार हो चुकी थी UPSC में फेल