भोपाल। मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने जिला अस्पताल छिन्दवाड़ा में मरीजों के साथ हो रही अव्यवस्थाओं, अनियमितताओं व लापरवाहीपूर्ण चिकित्सा व्यवस्थाओं के मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जबाव-तलब किया है।
आयोग ने पूछा है कि क्या इस संबंध में कोई कार्यवाही की गई है। क्या वास्तव में डॉक्टरों की जगह सिक्योरिटी गार्ड या अन्य स्टॉफ द्वारा मरीजों को टांके लगाए जा रहे हैं।
इस मामले में दुर्घटना में घायल एक युवक जब जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में लाया गया तो ड्रेसिंग रूम में न तो कोई चिकित्सक मौजूद था और न ही कोई ड्रेसर। घायल युवक को सिक्यूरिटी गार्ड द्वारा टांके लगाए जाने के संबंध में आयोग ने जानना चाहा है कि क्या यह घटना सही है। वे अपना जवाब एक सप्ताह में आयोग को प्रस्तुत करें। (वार्ता)