भोपाल। कोरोनावायरस की दूसरी लहर में मरीजों को भर्ती और दवाओं की कमी को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले भोपाल एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह के खिलाफ राजधानी के जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है। भोपाल जिले की समीक्षा बैठक में एम्स डायरेक्टर की कार्यप्रणाली समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर जमकर विवाद हुआ।
बैठक में भोपाल एम्स के डायरेक्टर सरमनसिंह को हटाने की मांग सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने की। साध्वी प्रज्ञा ने एम्स डायरेक्टर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एम्स डायरेक्टर भ्रष्टाचार में लिप्त है और कोरोना काल में नकारात्मक स्वभाव के साथ उन्होंने काम किया।
बैठक में सांसद की बात कई अन्य विधायकों ने भी समर्थन किया। बैठक के बाद भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि बैठक में सर्वसम्मति के बाद एम्स डायरेक्टर को बदलने के लिए दिल्ली प्रस्ताव भेजने पर सहमति बन गई है,
वहीं जिला योजना की बैठक में प्रभारी मंत्री के सामने विधायक आरिफ मसूद और रामेश्वर शर्मा के बीच नगर निगम कमिश्नर को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढ़ता देख प्रभारी मंत्री ने हस्तक्षेप कर मामला शांत करवाया।
बैठक में शाहपुरा इलाके में स्थित मंदिर को नगर निगम के द्धारा तोड़ने के मामले को विधायक आरिफ मसूद ने उठाया जिस पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी समर्थन कर दिया। विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि धार्मिक स्थल बिना जनप्रतिनिधि के बताए नगर निगम तोड़ने चली जाती है जो गलत है धार्मिक स्थल आस्था से जुड़े होते हैं।