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Loksabha Election 2024: वाराणसी सीट पर PM नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कौन?

Varanasi Loksabha Seat

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 19 मार्च 2024 (19:56 IST)
Varanasi Lok Sabha seat: बाबा विश्वनाथ की नगरी और उत्तर प्रदेश की बहु‍चर्चित लोकसभा सीट वाराणसी (काशी या बनारस भी) सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। वे 2014 और 2019 में इस सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई भी नाम सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को एक बार फिर मोदी के खिलाफ उतारा जा सकता है। 
 
कांग्रेस और सपा के बीच समझौते के तहत इस बार इस सीट पर समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार नहीं रहेगा। पिछली बार यानी 2019 में सपा ने शालिनी यादव को मोदी के सामने उतारा था। यह चुनाव मोदी ने 4 लाख 79 हजार वोटों से जीता था। शालिनी को 1 लाख 95 हजार वोट मिले थे। कांग्रेस के अजय राय 1 लाख 52 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। 
तीन बार तीसरे स्थान पर : ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस मोदी के खिलाफ एक बार फिर अजय राय को मैदान में उतार सकती है। हालांकि अजय राय 2009, 2014 और 2019 में तीसरे स्थान पर रहे थे। 2009 में वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन तब भी तीसरे स्थान पर ही रहे थे। 2014 और 2019 में भी अजय राय तीसरे स्थान पर रहे थे। 
 
हालां‍‍कि आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ही एकमात्र ऐसे उम्मीदवार रहे हैं, जो 2 लाख से ज्यादा वोट हासिल कर पाए हैं। अन्यथा इस सीट पर हारने वाले सभी उम्मीदवार 2 लाख के नीचे ही वोट हासिल कर पाए हैं। इस चुनाव में मोदी 3 लाख 71 हजार से भी ज्यादा वोटों से जीते थे। 
 
कौन हैं अजय राय : अजय राय की गिनती यूपी का बाहुबली नेता के रूप में होती है। उनकी राजनीति की शुरुआत भाजपा की विद्यार्थी शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई। वे 1996 से 2007 के बीच भाजपा के टिकट पर लगातार तीन बार कोलासला निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। यह वाराणसी जिले में आती है। लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद राय ने भाजपा छोड़ दी। इसके बाद वह सपा में शामिल हो गए और 2009 के लोकसभा चुनाव में मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव हार गए। 
2009 में उन्होंने कोलासला निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा उपचुनाव लड़ा और जीते भी। राय 2012 में भाजपा में शामिल हो गए। नए परिसीमन के बाद कोलासला निर्वाचन क्षेत्र का अस्तित्व समाप्त हो गया। 2012 के विधानसभा चुनाव में नवनिर्मित पिंडरा निर्वाचन क्षेत्र से उन्होंने जीत हासिल की। इस क्षेत्र में पूर्व कोलासला निर्वाचन क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा शामिल है।
 
राय के हौसले बुलंद : कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय 2 बार मोदी के खिलाफ चुनाव हार चुके हैं, लेकिन कुछ पूर्व उन्होंने कहा कि इस बार काशी में मोदी को जमीन दिखा देंगे। हालांकि मोदी के खिलाफ राय का लोकसभा चुनाव जीतना लगभग असंभव है, लेकिन उन्हें सपा का समर्थन मिलने की स्थिति में मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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