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हार्दिक पटेल की सभा में हंगामा, जमकर चले लात-घूंसे

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रविवार, 21 अप्रैल 2019 (00:39 IST)
अहमदाबाद। कांग्रेस में शामिल हो चुके पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के पूर्व संयोजक हार्दिक पटेल को तमाचा मारे जाने की घटना के एक दिन बाद शनिवार शाम यहां पाटीदारों का गढ़ कहे जाने वाले निकोल क्षेत्र में एक चुनावी सभा में उनका जबरदस्त हुआ जिसके चलते उनके भाषण को जैसे-तैसे समाप्त कर दिया गया।
 
यह सभा अहमदाबाद पूर्व की लोकसभा प्रत्याशी तथा पास में हार्दिक की करीबी सहयोगी रह चुकीं गीता पटेल के समर्थन में आयोजित की गई थी। सभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल, विधानसभा में पार्टी के उपनेता शैलेष परमार और स्वयं गीता पटेल बोल चुकी थीं। पर जैसे ही हार्दिक बोलने के लिए उठे तो उनके विरोध में नारेबाजी शुरू हो गई। उनका संबोधन जैसे-तैसे पूरा कर उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच वहां से बाहर निकाला गया।
 
हार्दिक हाय-हाय और समाज का गद्दार हार्दिक जैसे नारे लगाने वाले इन लोगों में से कई ने हार्दिक के बाद पास के संयोजक बनाए गए अल्पेश कथिरिया के फोटो वाले कटआउट भी ले रखे थे। उनका कहना था कि हार्दिक ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन का फायदा उठाकर राजनीति चमकानी शुरू कर दी है। वे हेलीकॉप्टर में घूम रहे हैं जबकि अल्पेश जेल में हैं और आंदोलन के चलते मारे गए 14 पाटीदार युवकों के परिजन दु:खी हैं।
 
हार्दिक और कांग्रेस के समर्थक विरोध करने वालों से भिड़ गए और दोनों ने एक-दूसरे पर कुर्सियां उछालीं तथा आपस में मारपीट और हाथापाई भी की। पुलिस ने बाद में कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया। सभा को हार्दिक के संबोधन को आनन-फानन में पूरा करा कर दिया गया।
 
हार्दिक ने इसे भाजपा का षड्यंत्र बताते कहा कि मोदी साहब (प्रधानमंत्री) के लोगों ने उनका विरोध किया है। भाजपा के लोग उन्हें डराना चाहते हैं, पर उन्हें पता नहीं कि वे लड़ने वाले व्यक्ति हैं। प्रत्याशी गीता पटेल ने भी इस घटना के लिए भाजपा पर आरोप लगाया।
 
उधर हार्दिक का साथ छोड़ भाजपा में गए वरुण पटेल ने कहा कि लोगों में हार्दिक के प्रति आक्रोश है। एक अन्य भाजपा नेता एके पटेल ने बताया कि कांग्रेस यह सब स्वयं कराकर चुनाव से पहले लोगों की सहानुभूति लेने का प्रयास भी कर सकती है।
 
पार्टी नेता धनसुख भंडेरी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जातिवाद फैलाने वाले हार्दिक और कांग्रेस इस बार अपनी हार सामने देखकर यह सब नाटक कर रहे हैं ताकि किसी तरह लोगों की सहानुभूति मिल सके, पर जनता होशियार है।
 
 
ज्ञातव्य है कि गत 12 मार्च को कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक ने स्वयं चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, पर एक आपराधिक मामले में सजायाफ्ता होने के कारण वे ऐसा नहीं कर पाए। अब वे पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल हैं। पिछले दिनों अहमदाबाद के गोता में पास की एक सौजन्य सभा के दौरान भी हार्दिक का कथित अल्पेश समर्थकों ने इसी अंदाज में विरोध किया था।
 
इस बीच पुलिस उपायुक्त अक्षयराज मकवाणा ने बताया कि 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जो खुद को अल्पेश का समर्थक बता रहे हैं। उनका कहना है कि जेल में बंद अपने नेता की बात उठाने तथा उनके अपने खिलाफ दर्ज आंदालन संबंधी मामलों को उठाने के लिए वे सभास्थल पर आए थे। हार्दिक पर कोई हमला नहीं हुआ। इस मामले में विस्तृत पड़ताल की जा रही है।
 
उधर अल्पेश कथिरिया के पिता घनश्याम कथिरिया ने कहा कि उन्हें पता नहीं है कि इस घटना में कौन संलिप्त है, पर हार्दिक और गीता पटेल को अल्पेश की जेल से जल्द से जल्द रिहाई के लिए कदम उठाना चाहिए। 
(Photo and Video : ANI Twitter)

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