सुलतानपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को मेनका गांधी के गढ़ सुल्तानपुर में रोड शो के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं यह रोड शो वरुण गांधी के घर के सामने से भी निकला। दरियापुर में चाची मेनका गांधी का काफिला और भतीजी प्रियंका गांधी का काफिला आमने-सामने हो गया।
गांधी परिवार के सदस्य एक दूसरे के खिलाफ प्रचार करने से परहेज करते हैं। 35 सालों में यह संयोग दूसरी बार हुआ है जब गांधी परिवार के दो सदस्य प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एक दूसरे के आमने-सामने थे।
पुलिस ने मेनका का काफिला उनके आवास की मोड़ दिया और प्रियंका के काफिले को आगे बढ़ाया। इन 3 कारणों से प्रियंका ने सुलतानपुर में रोडशो किया।
मेनका से नाराजगी : चुनाव में जिस तरह राजीव गांधी पर निशाना साधा जा रहा है, उस पर मेनका गांधी और वरुण गांधी की चुप्पी से प्रियंका खासी नाराज बताई जा रही है। कांग्रेस उम्मीदवार संजय सिंह के समर्थन में प्रियंका के रोड शो भी इसी नाराजगी को दर्शाता है।
संजय सिंह से पारिवारिक संबंध : अमेठी राजपरिवार से जुड़े संजय सिंह गांधी परिवार के बेहद करीबी है। उनके संजय गांधी और राजीव गांधी से संबंधों को देखते हुए ही प्रियंका ने उनके समर्थन में यह रोड शो किया।
प्रियंका ने तोड़ा भ्रम : इस रोड शो के माध्यम से प्रियंका गांधी ने जनता और मीडिया का एक और भ्रम तोड़ दिया कि वो अपने परिवार के खिलाफ चुनाव प्रचार में नहीं उतरती हैं। उन्होंने साफ कहा कि यह रोड शो मेनका के खिलाफ नहीं बल्कि भाजपा के खिलाफ और संजयसिंह के समर्थन में हैं।