अलबामा में एक कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर पहुंचने के लिए 30 किलोमीटर पैदल चल कर आया। बॉस को जब यह बात पता चली तो उसने उसे अपनी कार भेंट में दे दी।
यह कहानी एक समर्पित कर्मचारी की है जो पूरी रात चलता रहा ताकि अपनी नई नौकरी पर पहले दिन समय से पहुंच सके। उसकी इस कहानी ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी और फिर चारों तरफ से मदद पहुंच रही है। फिर कंपनी के सीईओ ने भी उसे अपनी कार भेंट की।
वाल्टर कार नाम का यह कर्मचारी बेलहॉप्स के लिए काम करता है। यह कंपनी लोगों का सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाती है। पेल्हम में रहने वाले एक परिवार ने वीकेंड में इस कंपनी को अपनी सेवा के लिए बुक किया था जिसे पूरा करने की जिम्मेदारी वाल्टर कार पर थी। पेल्हम की पुलिस ने वाल्टर को चलते हुए देखा तब तक वह चार घंटे चल चुका था और उसने करीब 22.5 किलोमीट दूरी तय कर ली थी।
पुलिस उसे अपने साथ गई और नाश्ता कराया। उसी वक्त उन्हें पता चला कि वाल्टर की कार खराब हो गई है और वह आधी रात से ही चल रहा है ताकि अपने काम पर समय से पहुंच सके। फिर पुलिस अधिकारियों ने उसे पेल्हम के उस ठिकाने पर पहुंचाया जहां वाल्टर को अपनी सेवा देनी थी।
वाल्टर कार का कहना है, "मेरी कहानी तो वास्तव में बस इतनी है कि मैं अपने काम पर पहुंचना चाहता था और यह भी कि मैं कितना समर्पित हूं। मुझे नहीं लगा था कि कोई मेरी कहानी पूरी दुनिया को बताएगा।"
पुलिस अधिकारी वाल्टर की कर्तव्यनिष्ठा से बहुत प्रभावित हुए और जेनी लैमी को पूरी दास्तान सुनाई। जेनी लेमी को ही वाल्टर की कंपनी की सेवा लेनी थी। जेनी लेमी ने वाल्टर के कारनामे को पूरी दुनिया के साथ सोशल मीडिया पर बांटा। लेमी ने बताया कि वाल्टर एक बेहद शालीन शख्स हैं। लेमी ने उनसे कहा कि वह अपनी कहानी कंपनी के दूसरे कर्मचारियों को बताएं। सारी बात पता चलने के बाद बेलहॉप्स कंपनी के सीईओ ने अपनी कार वाल्टर को भेंट कर दी।