Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

कुत्तों की नाक में होता है खास तरह का 'इंफ्रारेड सेंसर'

Webdunia
सोमवार, 9 मार्च 2020 (09:14 IST)
एक शोध से पता चला है कि कुत्तों की नाक के सिरे पर एक प्रकार का इंफ्रारेड सेंसर होता है, जो उन्हें तापमान में बदलाव का पता लगाने में सक्षम बनाता है।
 
एक नए शोध से पता चला है कि कुत्ते इंफ्रारेड सेंसर के जरिए तापमान में बदलाव का पता लगा सकते हैं, जैसा कि तब होता है, जब अन्य जानवर कुत्तों के आस-पास होते हैं। यह 'इंफ्रारेड सेंसर' कुत्तों की नाक के छोर पर होता है।
ALSO READ: कुत्ता पालने के 5 फायदे और 3 नुकसान
स्वीडन की लुंद यूनिवर्सिटी और हंगरी की एटवोस लोरैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खोज से यह समझने में मदद मिलेगी कि जानवरों को अपने शिकार का पता कैसे लगता है, तब जब अन्य इंद्रियां जैसे दृष्टि, सुनने की शक्ति और गंध बाधित हो जाती है।
 
यह शोध 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' में प्रकाशित हुआ है। शोध में वैज्ञानिकों ने यह पाया कि कुत्तों की नाक की नोक पर नग्न, गीली त्वचा की सतह जो तंत्रिकाओं के छोर से भरी हुई है, वह इंफ्रारेड सेंसर के तौर पर काम करती है।
ALSO READ: इंसान का सबसे बड़ा साथी कुत्ता क्यों बना?
शोध की मुख्य लेखिका एना बालिंट के मुताबिक कुत्ते गर्म शरीर से आने वाले थर्मल विकिरण को महसूस करने में सक्षम होते हैं और वे इस संकेत के मुताबिक अपने व्यवहार को भी निर्देशित कर सकते हैं।
ALSO READ: Dog for healthy heart : दिल की अच्छी सेहत के लिए कुत्ता पालें
वे कहती हैं कि हमने अपने परीक्षण में यह जानने की कोशिश की कि जब कुत्तों को उच्च तापमान की तुलना में ठंडे तापमान वाली वस्तु के संपर्क में लाया गया तो क्या उनके मस्तिषक में एक खास हलचल हुई?
ALSO READ: क्या कुत्ता पालने वाले लोग ज्यादा जीते हैं?
ब्रेन स्कैन में यह पता चला कि कुत्तों को जब उनके आस-पास से अधिक तापमान वाली वस्तुओं के संपर्क में लाया गया तो उनके मस्तिष्क की गतिविधियां बढ़ गईं।
 
लुंद यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक रॉनल्ड क्रोगर के मुताबिक यह संभव है कि अन्य मांसभक्षी जानवर भी इसी तरह के इंफ्रारेड सेंसर से लैस हों जिसका मतलब है कि शिकार और शिकारी के बीच संबंधों की कहानी में एक नया अध्याय जुड़ गया है।
 
साथ ही उनका कहना है कि शिकारी और शिकार की रणनीतियों का पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए और शरीर की गर्माहट को ध्यान में रखते हुए शिकारी जानवरों के जीव विज्ञान पर फिर से विचार करना चाहिए। इस शोध में अन्य कुत्तों के अलावा गोल्डन रिट्रीवर्स और बॉर्डर कॉलीस शामिल थे।
 
एए/सीके (रॉयटर्स)

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

जरूर पढ़ें

साइबर फ्रॉड से रहें सावधान! कहीं digital arrest के न हों जाएं शिकार

भारत: समय पर जनगणना क्यों जरूरी है

भारत तेजी से बन रहा है हथियार निर्यातक

अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन

रूस-यूक्रेन युद्ध से भारतीय शहर में क्यों बढ़ी आत्महत्याएं

सभी देखें

समाचार

Cyclone Dana : चक्रवात दाना पर ISRO की नजर, जानिए क्या है अपडेट, कैसी है राज्यों की तैयारियां

भारत के 51वें CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

चीन के साथ समझौते पर क्‍या बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

આગળનો લેખ
Show comments