तालिबान ने पाकिस्तान पर अमेरिकी ड्रोन को अफगानिस्तान में हवाई हमले के लिए अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने की इजाजत देने का आरोप लगाया है। हालांकि पाकिस्तान ने तालिबान के इन आरोपों का खंडन किया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में अफगान तालिबान के इस दावे को खारिज कर दिया गया कि पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल अलकायदा नेता अयमान अल जवाहिरी को मारने के लिए अमेरिकी हमलों के लिए किया गया था।
25 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी को मारने के अभियान को मंजूरी दी थी और 31 जुलाई को काबुल स्थित उसके निवास पर दो मिसाइलें दागी गईं। अधिकारियों के मुताबिक तब अल जवाहिरी मकान की बालकनी में खड़ा था। हमले में जवाहिरी मारा गया था और घर में मौजूद किसी और सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचा था। उस हमले के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी से साफ इनकार किया था।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षामंत्री मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में प्रवेश करने के लिए अमेरिकी ड्रोन को अपना हवाई क्षेत्र मुहैया कराने के आरोप लगाने के बाद पाकिस्तान की यह प्रतिक्रिया आई है।
याकूब मुजाहिद ने कहा, हमारी जानकारी के मुताबिक अमेरिकी ड्रोन पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में प्रवेश कर रहे हैं, वे पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं। हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वे अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल अमेरिका द्वारा करने की इजाजत नहीं दे।
याकूब मुजाहिद ने कहा कि 2021 में अमेरिकी सेना के देश से हटने के बाद अफगानिस्तान का रडार सिस्टम नष्ट हो गया था, लेकिन उनका दावा है कि खुफिया सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी ड्रोन पाकिस्तान से प्रवेश कर रहे हैं।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
तालिबान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने कहा कि पाकिस्तान ने याकूब मुजाहिद के आरोपों को गहरी चिंता के साथ दर्ज किया है। उन्होंने कहा, किसी भी सबूत के अभाव में, जैसा कि अफगान मंत्री ने खुद स्वीकार किया है, इस तरह के काल्पनिक आरोप बेहद निंदनीय हैं और जिम्मेदार राजनयिक आचरण के सिद्धांतों का सीधा उल्लंघन हैं।
वहीं इस मामले पर अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने हवाई हमले के बाद जांच करवाई थी और उन्हें बताया गया था कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं किया गया था। बिलावल ने कहा कि वह रविवार के आरोपों के बाद फिर से जांच करेंगे लेकिन उम्मीद है कि स्थिति वही रहेगी।
पाकिस्तान के बयान के मुताबिक, पाकिस्तान सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में अपने दृढ़ विश्वास को दोहराता है और किसी भी रूप में आतंकवाद की निंदा करता है। अल जवाहिरी के बाद एक और खूंखार आतंकी अफगानिस्तान में मारा गया।
तालिबान ने कहा नहीं मिला जवाहिरी का शव
वहीं तालिबान ने कहा कि वह जुलाई के हवाई हमले की जांच कर रहा है और उसे अलकायदा नेता का शव अब तक नहीं मिला है। पिछले साल अफगानिस्तान से अपनी सेना की वापसी के बाद से अफगानिस्तान में किसी भी लक्ष्य पर यह पहला अमेरिकी हवाई हमला था।
अल जवाहिरी, आतंक के शिखर से फिसल गया एक खूंखार जिहादी
याकूब मुजाहिद का यह आरोप जवाहिरी के ड्रोन हमले में मारे जाने के एक महीने से भी कम समय बाद आया है। अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षामंत्री तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे हैं और उन्हें तालिबान आंदोलन के दूसरे सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में देखा जाता है।