Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

चार पत्नियों को कैसे खुश रखता है मूसा

Webdunia
शनिवार, 17 जून 2017 (11:00 IST)
जर्मनी में जेल जाने का खतरा है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में एक से ज्यादा शादियां कानूनी हैं। जर्मनी में पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी करने पर 3 साल तक की कैद हो सकती है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में मर्द कई शादियां कर सकते हैं।
 
43 साल के मूसा की चार पत्नियां हैं जिनके साथ वह दक्षिण अफ्रीका के क्वाजुलु नटाल प्रांत में रहता है। मासेले, मायेनी, माखुमालो और मान्ग्वाबे। जब मूसा ने माखुमालो को प्रोपोज किया तो उसने हां कहने से पहले एक मिनट के लिए भी नहीं सोचा, हालांकि उस समय मूसा की पहले से ही दो बीबियां थीं।
 
माखुमालो बताती है, "ये एक व्यक्तिगत फैसला था। मैंने किसी परिवार में शादी नहीं की, बल्कि अपने पति से शादी की। उसकी पहले से ही दो पत्नियां थीं, लेकिन मैं खुद को भी उसकी पत्नी के रूप में देखती हूं। वह मुझसे प्यार करता है। हां, वह दूसरों से भी प्यार करता है, लेकिन मुझसे भी और उसने ये बात मुझे साफ कर दी।"
 
चार पत्नियां, दस बच्चे। बहुविवाह करने वाले मूसा के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। हालांकि वे सब एक ही जगह रहते हैं लेकिन हर पत्नी का अपना खुद का घर है। और ये सामान्य है। मूसा को अपना समय यथासंभव बराबर बराबर अपनी चार पत्नियों के बीच बांटना पड़ता है। वह बताता है, "कोई तय दिन नहीं है जब मैं अपनी किसी पत्नी के पास जाता हूं। जरूरी है कि उनके साथ बराबर का बर्ताव हो। मैं हर हफ्ते हर घर में अपने परिवार के साथ समय गुजारता हूं। आम तौर पर हर पत्नी के साथ एक से दो दिन।"
 
अफ्रीका के बहुत सारे समुदायों और संस्कृतियों में बहुविवाह आम बात है। जूलू और न्गुनी समुदायों में भी। जोहानेसबर्ग के विट्स यूनिवर्सिटी में मानवशास्त्र के प्रोफेसर डेविड कोपलान बताते हैं कि बहुविवाह की इस परंपरा की शुरुआत के पीछे शुरू में व्यावहारिक कारण थे। "पहले जब यहां कबीलों के सरदारों की चलती थी तो पुरुषों की कई पत्नियां होती थीं क्योंकि उन्हें उनसे काम लेना होता था। महिलाएं घर और खेती का कामकाज करती थीं, बच्चे पैदा करती थी और सबका लालन पोषण करती थीं। मर्द पशुपालन, राजनीति और युद्ध में व्यस्त रहते थे।"
 
औपनिवेशिक काल में ईसाई मिशनरियों ने अफ्रीका में बहुविवाह की प्रथा को खत्म करने की कोशिश की। लेकिन सदियों पुरानी ये परंपरा खत्म नहीं हुई। 1998 से एक कानून परंपरागत विवाहों का नियमन करता है जिसमें पुरुष एक साथ कई पत्नियां रख सकते हैं। इस समय कितने पुरुष बहुवैवाहिक संबंधों में रहते हैं, इसके आंकड़े नहीं हैं। लेकिन आंकड़े लाखों में होने की संभावना है, खासकर देहाती इलाकों में यह प्रथा अत्यंत प्रचलित है। शहरों में जगह की कमी के कारण बहुवैवाहित संबंधों में रहना आसान नहीं है। प्रो. कोपलान का कहना है कि आखिरकार उन्हें एक साथ एक छत के नीचे रहना होगा जिसमें विवाद और झगड़ा होने के खतरे हैं।
 
अक्सर ऐसा होता है कि एक पति के साथ रहने वाली महिलाओं के बीच आपस में अच्छे संबंध होते हैं, खासकर जब उनकी उम्र ज्यादा हो जाती है और जीवन का अनुभव हो जाता है। लेकिन प्रो। कोपलान कहते हैं कि युवा महिलाओं के बीच अक्सर इस बात को लेकर ईर्ष्या होती है कि कौन पति की ज्यादा प्यारी है। मूसा और उसकी चार पत्नियों के परिवार में गांव में सहिष्णुता दिखती है। मूसा नेकनियती को बहुविवाह की कामयाबी का आधार मानते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि पत्नियां आपस में सब कुछ बांटती हैं। मूसा की पहली पत्नी मासेले कहती है, "हममें कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है, कोई डाह नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मूसा कॉलर पर किसी और की लिपस्टिक के साथ मेरे घर आ जायेगा। ये अनादर होगा। उसे पता होना चाहिए कि जब वह मेरे यहां आता है तो मैं उसकी पत्नी हूं और वह मेरा पति है।"
 
कुछ समाजों में बहुविवाह स्टेटस सिंबल भी है, सामाजिक रुतबे का प्रतीक। जिसकी जितनी पत्नियां, उसे उतना ही रईस और सम्मानित समझा जाता है।
 
रिपोर्ट: यान फिलिप श्लुटर, जोहानेसबर्ग
सभी देखें

जरूर पढ़ें

साइबर फ्रॉड से रहें सावधान! कहीं digital arrest के न हों जाएं शिकार

भारत: समय पर जनगणना क्यों जरूरी है

भारत तेजी से बन रहा है हथियार निर्यातक

अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन

रूस-यूक्रेन युद्ध से भारतीय शहर में क्यों बढ़ी आत्महत्याएं

सभी देखें

समाचार

आयुष्मान भारत पर दूसरे दिन भी दिल्ली में सियासी दंगल, हाईकोर्ट पहुंचा मामला

बेटी सना से परहेज नहीं, पिता नवाब मलिक का प्रचार नहीं करेगी भाजपा

मुंबई में शख्‍स पर लगा खाने के बदले जय श्री राम का नारा लगवाने का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच

આગળનો લેખ
Show comments