कोई आपको फोन करे और आपके फोन उठाने से पहले ही वो आपकी आवाज सुनने लगे तो आपको कैसा लगेगा? आईफोन में एक तकनीकी खराबी के चलते कुछ ऐसा ही हुआ।
व्हाट्सऐप और फेसबुक कॉलिंग के जरिए अब हर स्मार्टफोन से दुनिया भर में वीडियो कॉल की जा सकती है और वह भी कोई अतिरिक्त शुल्क चुकाए बिना। लेकिन जब इनकी शुरुआत नहीं हुई थी, तब भी आईफोन और आईपैड उपभोक्ता फेसटाइम के जरिए ऐसा कर सकते थे। आज भी इसे वीडियो कॉलिंग वाले अन्य किसी भी ऐप से ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। लेकिन हाल ही में फेसटाइम में आए एक बग ने लोगों को परेशान कर के रख दिया।
इस बग के कारण किसी के आईफोन, आईपैड या फिर मैक कंप्यूटर पर कॉल करने के साथ ही उस डिवाइस का माइक्रोफोन सक्रिय हो जाता, फिर चाहे सामने वाले ने कॉल रिसीव की हो या नहीं। ऐसा ग्रुप चैट के दौरान देखा गया। जैसे ही कोई यूजर खुद को ग्रुप चैट में शामिल करता, उसका माइक तुरंत ही ऑन हो जाता। लोगों से मिल रही शिकायतों को देखते हुए एप्पल ने फिलहाल ग्रुप चैट की सुविधा ही बंद कर दी है।
एप्पल समय समय पर इस बात पर जोर देता रहा है कि वह लोगों की निजता को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन इस बग के कारण एप्पल की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। ओहायो स्थित डाटा सिक्यूरिटी फर्म ट्रस्टेड सेक के अध्यक्ष डेव केनेडी ने इस बारे में कहा, "ये उनके ब्रांड के लिए एक बहुत बड़ी मार है। लोग काफी समय तक दूसरों की बातें सुनने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते थे। ऐसी गलतियां रिलीज से पहले ही पकड़ ली जानी चाहिए।"
एप्पल ने इस बीच अपने ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि सिर्फ दो लोगों के बीच फेसटाइम पर इस बग का कोई असर नहीं हुआ है और वे आगे भी इस सुविधा का इस्तेमाल बिना किसी डर के जारी रख सकते हैं। सात ही यह भी कहा गया है कि अगले सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ बग को ठीक कर दिया जाएगा।
एनबीसी न्यूज और वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के अनुसार एक हफ्ता पहले ही एक 14 साल के बच्चे को इस बग के बारे में पता चला था और उसके परिवार ने एप्पल को इस बारे में इत्तिलाह करने की कोशिश भी की थी। हालांकि एप्पल का कहना है कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। साथ ही कंपनी ने इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी है कि क्या बग का फायदा उठा कर लोगों की निजता के साथ खिलवाड़ हुआ या फिर क्या इसका लोगों की जासूसी करने के लिए इस्तेमाल तो नहीं किया गया।
केनेडी का कहना है कि अगर निकट भविष्य में ऐसी कोई तकनीकी खराबी दोबारा नहीं आती है, तो लोग बहुत आसानी से इस गलती को भूल जाएंगे। उनकी सलाह है कि इसके लिए एप्पल को एक ऐसा फीचर लॉन्च करना चाहिए जिसके जरिए यूजर सीधे कंपनी से संपर्क कर सकें और किसी भी खराबी के बारे में तुरंत जानकारी दी जा सके।
एप्पल ने अक्टूबर 2018 में वीडियो कॉलिंग में नया फीचर लॉन्च किया था जिसके जरिए सभी एप्पल डिवाइसेस पर 32 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले सकते हैं। बग ने मूल रूप से इसी फीचर को प्रभावित किया।
आईबी/ओएसजे (एपी, रॉयटर्स)