भारतीय महिला टीम जब वनडे विश्वकप खेलने उतरी थी तो यह तय था कि सलामी बल्लेबाजी में स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा साथ उतरेंगे। शेफाली वर्मा का फॉर्म न्यूजीलैंड में खासा अच्छा नहीं रहा लेकिन इसके बावजूद भी भारतीय टीम मैनेजमेंट में उनको तरजीह दी।
हालांकि पाकिस्तान से हुए मैच में शेफाली वर्मा 0 पर आउट हुआ और इसके बाद एक लंबे समय तक बेंच पर बैठी रही। उनकी जगह लेने वाली यस्तिका भाटिया बाँए हाथ की बल्लेबाज थी उनको सलामी बल्लेबाजी के लिए भेजना मतलब बाएं और दांए हाथ के बल्लेबाज का जोड़ टूटना, लेकिन कप्तान ने उन्हें यह काम सौंपा।
यस्तिका भाटिया ने यह मौका पकड़ा और बल्ले से अपना लोहा मनवाया। जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को जीतने के लिए एक एक्स फैक्टर की जरूरत थी तो शेफाली वर्मा को एक बार फिर टीम में शामिल किया गया। लेकिन भाटिया तब तक खुद को साबित कर चुकी थी। टीम ने ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा से किनारा कर लिया लेकिन भाटिया को टीम में बनाए रखा।
विश्वकप से पहले तो यह कहा जा रहा था कि शायद यस्तिका भाटिया को मौका ही ना मिले। क्योंकि भारतीय टीम मंधाना और वर्मा के कॉम्बिनेशन से आगे बढेंगी। लेकिन भाटिया ने आशचर्यजनक तौर से टीम में अपनी जगह बना ली है।
5 मैचों में जड़े 176 रन
इस वनडे विश्वकप में यस्तिका भाटिया ने 35 की औसत और 69 की स्ट्राइक रेट से 176 रन बनाए हैं। वह अभी तक इस विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में 14वें स्थान पर है। हालांकि उनसे ऊपर हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना है क्योंकि दोनों ही बल्लेबाजों ने इंडीज के खिलाफ शतक जड़ा था। लेकिन एक बड़ी पारी यस्तिका को इनके बराबर लाकर खड़ा कर सकती है। भाटिया अब तक 2 अर्धशतक इस टूर्नामेंट में लगा चुकी है।
बांग्लादेश के खिलाफ मुश्किल स्थिति में जड़ा अर्धशतक
भारत 74-0 से 74 पर 3 विकेट गंवा चुका था और हरमनप्रीत कौर भी 108 रन के कुल स्कोर पर रन आउट हो गई थी। यस्तिका भाटिया के पचास रनों से भारत एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया था। यास्तिका ने दो चौकों की मदद से 80 गेंदों पर 50 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। यास्तिका को मैच विजयी अर्धशतक के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।
गत उप विजेता भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए यास्तिका भाटिया, शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की शानदार पारियों की बदौलत 50 ओवर में सात विकेट पर 229 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। बाद में स्नेह राणा, झूलन गोस्वामी और पूजा वस्त्राकर की घातक गेंदबाजी की बदौलत बंगलादेश को 40.3 ओवर में महज 119 पर ऑलआउट कर दिया।
रैंकिंग में 39वें पायदान पर पहुंची भाटियाभाटिया ने इस बीच प्रभावशाली प्रदर्शन किया जिससे वह मंगलवार को जारी रैंकिंग में आठ पायदान ऊपर 39वें स्थान पर पहुंच गई हैं। बाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने भारत के पिछले दो मैचों में आस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक बनाए थे।