डरबन। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में छह विकेट से जीत को ‘विशेष’ करार देते हुए आज यहां उनकी टीम आखिरी टेस्ट में मिली जीत की लय को बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध थी। भारत ने टेस्ट श्रृंखला में पहले दोनों टेस्ट गंवाने के बाद जोहानसबर्ग में तीसरे टेस्ट मैच में मुश्किल परिस्थितयों में जीत दर्ज की थी।
कोहली ने कहा, ‘हां यह जीत विशेष है। श्रृंखला का पहला मैच महत्वपूर्ण होता है। हम टेस्ट मैच की जीत की लय को यह बरकरार रखना चाहते थे और जब हमने उन्हें इस पिच पर 270 रन से कम पर रोका तो हम खुश थे।’ दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए फाफ डुप्लेसिस के 120 रन की मदद से आठ विकेट पर 269 रन बनाए।
भारत ने कोहली (112) और अंजिक्य रहाणे (79) के बीच तीसरे विकेट के लिए 189 रन की साझेदारी से आसानी से जीत दर्ज की। कोहली ने कहा, ‘मैं जिंक्स (अंजिक्य रहाणे) को लेकर बहुत खुश हूं। वह विश्व स्तरीय बल्लेबाज है। उसने तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया।’
भारतीय कप्तान ने कलाईयों के दोनों स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की भी तारीफ की, जिन्होंने मिलकर पांच विकेट लिए। कोहली ने कहा, ‘हम तेज गेंदबाजी में भुवनेश्वर और बुमराह पर निर्भर हैं। हम उनसे पहले दस ओवरों में एक या दो विकेट की उम्मीद रखते हैं। इसके बाद कलाईयों के दोनों स्पिनरों ने बेजोड़ गेंदबाजी की। वे टीम के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। वे पहली बार दक्षिण अफ्रीका में खेल रहे हैं लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और इसलिए उन्हें विकेट मिले।’ कोहली को उनकी शानदार पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' भी चुना गया।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डुप्लेसिस क्षेत्ररक्षण करते समय कोहली का कैच लेने के प्रयास में चोटिल हो गए थे लेकिन उन्होंने कहा कि उंगली पर लगी चोट गंभीर नहीं है हालांकि वह अपने बल्लेबाजों के प्रदर्शन से निराश दिखे।
डुप्लेसिस ने कहा, ‘हमारा स्कोर निश्चित तौर पर पर्याप्त नहीं था। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। मुझे लगता है कि हमने 50-60-70 रन कम बनाए। क्रिस (मौरिस) ने अच्छी साझेदारी की लेकिन एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमने निराशाजनक प्रदर्शन किया।’
उन्होंने कहा ‘जब आपको पांच रन प्रति ओवर की दर से लक्ष्य हासिल करना हो तो यह काफी आसान होता है। क्षेत्ररक्षण में हर तरह का प्रयास किया लेकिन विराट और रहाणे ने शानदार बल्लेबाजी की।’