सलमान खान की फिल्म सुल्तान का एक डायलॉग वीरेंद्र सहवाग पर बिल्कुल फिट बैठता है। "मैने लड़ना छोड़ा है लड़ना भूला नहीं हूं।" इस ही तर्ज पर यह कहा जा सकता है कि वीरेंद्र सहवाग ने बल्लेबाजी छोड़ी है लेकिन वह बल्लेबाजी करना भूले नहीं है।
इसकी झलकियां दिखी अनएकेडमी रोड सेफटी सीरीज के पहले मुकाबले में जब वीरेंद्र सहवाग ने 35 गेंदो में 80 रन बनाकर पुराने दिनों की याद दिला दी। उनकी इस पारी की बदौलत इंडियन लीजेंड्स ने पहले मैच में ही बांग्लादेश लीजेंड्स को रायपुर के शहीद वीर नारायन सिंह स्टेडियम में 10 विकटों से पटखनी दे दी।
सचिन और सहवाग की तेज तरार बल्लेबाजी देख लोग हक्के बक्के रह गए और वक्त 2021 से साल 2001 की ओर चला गया जब यह दोनों एक साथ बल्लेबाजी करने आते थे और विपक्षी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ के रख देते थे। कल भी कुछ ऐसा ही हुआ।
जीत के लिए 110 रनों का पीछा करने उतरी इंडियन लीजेंड्स ने मात्र 10.1 ओवरों में ही 114 रन बना डाले। सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ताबड़तोड 35 गेंदो में 80 रन बनाए जिसमें 10 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। सचिन तेंदुलकर ने भी 5 चौके के साथ 26 गेंदो में 33 रनों का योगदान दिया।
वीरेंद्र ने अपनी परंपरागत शैली के अनुसार ही पहली गेंद पर प्रहार करना शुरु किया। उन्होंने स्पिनर मोहम्मद रफीक के पहले ही ओवर में 19 रन (4,4,6,0,6,1)बनाए। पहले ही ओवर में सहवाग ने 2 चौके और 2 छक्के लगाकर समा बांधा। वह अपने अर्धशतक तक भी अपने चिरपरिचित अंदाज में छक्का लगा कर पहुंचे।
इससे पहले बांग्लादेश लीजेंड्स बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर पायी और महज 109 रनों पर ऑलआउट हो गई गंवा बैठी। हाल ही में संन्यास लेने वाले विनय कुमार, प्रज्ञान ओझा और युवराज सिंह ने 2 विकेट चटकाए। (वेबदुनिया डेस्क)