नई दिल्ली। पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी ने अपनी किताब ‘गेम चेंजर’ में खुलासा किया है कि वर्ष 1996 में श्रीलंका के खिलाफ मात्र 37 गेंदों में बनाया शतक उन्होंने सचिन तेंदुलकर के बल्ले से मारा था।
अफरीदी ने अपनी किताब में लिखा, सचिन ने वकार यूनुस को अपना बल्ला खेल के सामान के लिए विश्व प्रसिद्ध सियालकोट भेजने और उसे दिखाकर वैसा ही बल्ला मंगाने के लिए दिया था लेकिन वकार ने सियालकोट भेजने से पहले वह बल्ला मुझे दे दिया और मैंने उस दिन इसी बल्ले से बल्लेबाजी की और शतक ठोंका।
अपनी उम्र को लेकर उठ रहे सवाल पर उन्होंने कहा, मेरी उम्र गलत बताई गई थी। रिकॉर्ड में मेरी उम्र 19 है 16 नहीं। मैं 1975 में पैदा हुआ हूं और अधिकारियों ने मेरी उम्र गलत छापी थी।
उल्लेखनीय है कि उनकी इस शतकीय पारी के बाद यह कहा गया था कि अफरीदी की उम्र 16 की है। कुछ क्रिकेट वेबसाइट ने उनकी उम्र एक मार्च 1980 बताई थी लेकिन उनकी सही उम्र एक मार्च 1975 है और श्रीलंका के खिलाफ 1996 में खेली गई उनकी पारी के दौरान वह 21 वर्ष के थे।