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भारतीय अंडर-19 टीम बाकी से हटकर थी : तेंदुलकर

भारतीय अंडर-19 टीम बाकी से हटकर थी : तेंदुलकर
, रविवार, 4 फ़रवरी 2018 (15:59 IST)
कोलकाता। दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने रविवार को कहा कि विश्व चैंपियन भारतीय अंडर-19 टीम हाल में समाप्त हुए विश्व कप में अपने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से अव्वल थी।
 
 
तेंदुलकर ने रविवार सुबह यहां 'कोलकाता फुल मैराथन' को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि जिस तरह से उन्होंने शारीरिक और मानसिक तौर पर खुद को तैयार किया, जिस तरह से उनकी रणनीति थी और जिस तरह से उन्होंने उस पर अमल किया उसका कोई सानी नहीं था। इसलिए इसका सबूत है कि भारतीय टीम अन्य प्रतिभागियों से पूरी तरह हटकर थी। भारत ने शनिवार को न्यूजीलैंड में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर अंडर-19 विश्व कप जीता।
 
तेंदुलकर ने कहा कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि है जिसके लिए एक टीम के रूप में बहुत कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है। हम ऐसा करने में सफल रहे। उन्होंने खिलाड़ियों को निखारने के लिए उचित तरह का आधारभूत ढांचा मुहैया कराने के लिए बीसीसीआई की भी तारीफ करते कहा कि आधारभूत ढांचा देने के लिए बीसीसीआई को भी श्रेय जाता है। पिछले 15 वर्षों खेल का स्तर बदला है, क्षेत्ररक्षण का स्तर बदला है। यह बेहतर आधारभूत ढांचा और मैदान के उचित रखरखाव से ही संभव हो पाया है। यह मैदान पर परिलक्षित होता है। 
 
उन्होंने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों की भी तारीफ करते कहा कि नि:संदेह उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने (द्रविड़) सहयोगी स्टाफ के साथ इसके लिए काम किया। स्वयं उन्होंने ऐसा कहा। राहुल, (कोच) पारस म्हाम्ब्रे और (क्षेत्ररक्षण कोच) अभय (शर्मा) भी इस उपलब्धि का हिस्सा रहे। इन सभी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। 
 
कोलकाता पुलिस के इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि यहां मैच खेलते हुए उन्होंने हमेशा खुद को सुरक्षित महसूस किया। हम कोलकाता आकर और यहां क्रिकेट खेलते हुए हमेशा सुरक्षित महसूस करते थे। मेरी यहां से कुछ अच्छी यादें जुड़ी हैं। यह सब तभी संभव हो पाया, क्योंकि आपने दर्शकों का ध्यान रखा और हमें सुरक्षा का अहसास कराया।
 
मंच पर महान फुटबॉलर पीके बनर्जी भी बैठे थे। तेंदुलकर ने कहा कि यह वास्तव में मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने (बनर्जी) ने कई पीढ़ियों को खेल को अपनाने और कुछ खास करने के लिए प्रेरित किया है। अगर हमारे पास इस तरह के नायक नहीं होते तो चीजें ऐसी नहीं होतीं। (भाषा)

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