लखनऊ: तीनों प्रारूपों (वनडे, टेस्ट, टी-20) में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि वह तीनों प्रारूपों में कप्तानी करने की अपनी योजना और इसे कैसे संतुलित करना है, को लेकर स्पष्ट हैं।
राेहित ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के पहले मैच की पूर्वसंध्या पर बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ मैं अपने मन में बहुत स्पष्ट हूं कि मैं इसे कैसे आगे ले जाना चाहता हूं। जाहिर है कि न केवल मेरे, बल्कि हर किसी के लिए कार्यभार का प्रबंधन करना आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण होगा। हमने अपने दस्ते में पहले ही काफी चोटें देखी हैं, इसलिए हमें बहुत सावधान रहना होगा कि हम खिलाड़ियों का इस्तेमाल कैसे करते हैं, उन्हें कैसे रोटेट करते हैं और उन्हें खेल से कितना समय देते हैं। हम इसे व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम एक रोडमैप बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं।”
भारतीय कप्तान ने अपनी फिटनेस के बारे में कहा, “जहां तक मेरा सवाल है, फिलहाल मुझे फिटनेस को लेकर कोई समस्या नहीं है। मैं सभी मैच खेलने के लिए उत्सुक हूं। काम का बोझ हमेशा इस बात पर निर्भर करता है कि उसके बाद क्या होगा। आप इसे दिन प्रतिदिन लेते हैं और समझते हैं कि आपको क्या करना है। अगर आपके पास एक ब्रेक लेने का मौका होगा तो आप एक ब्रेक लेंगे और अन्य लोगों को देखेंगे कि कौन आपकी जगह भर सकता है और उसके पास किस तरह की क्षमता है।”
उल्लेखनीय है कि मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने पिछले दिनों रोहित को देश का नंबर एक क्रिकेटर बताने के साथ-साथ रोहित के सभी प्रारूपों में कप्तान की भूमिका में रहने के लिए टीम के कुछ सदस्यों को तैयार करने में मदद मिलने के बारे में भी बात की थी।
भारतीय कप्तान ने कहा, “ खिलाड़ियों काे सब कुछ बताने के लिए मेरी इतनी भूमिका नहीं होगी। जाहिर है वे सभी परिपक्व क्रिकेटर हैं, लेकिन बात सिर्फ इतनी है कि किसी को उनकी मदद करने और कठिन परिस्थितियों में उनका मार्गदर्शन करने की जरूरत है। मुझे ऐसा करने में ज्यादा खुशी होगी। इसी तरह हम बड़े हुए हैं और कप्तान बनने की श्रेणी में आए हैं। हमें किसी और ने तैयार किया था, इसलिए यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। ”
रोहित ने कहा, “ अगर जसप्रीत बुमराह, लोकेश राहुल और ऋषभ पंत की बात करें तो इन सभी लोगों की भारतीय क्रिकेट टीम की सफलता में बड़ी भूमिका है। साथ ही उन्हें लीडर के रूप में भी देखा जाता है, इसलिए वे समझते हैं कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर क्या करने की जरूरत है और साथ ही वे यह भी समझते हैं कि उनके कंधों पर जिम्मेदारी है, लेकिन मैं फिर कहूंगा कि हम इन खिलाड़ियों पर कोई दबाव नहीं बनाना चाहते, वे हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम चाहते हैं कि वे खेल का आनंद लें, स्वतंत्र रूप से मैदान पर आएं और अपने कौशल का प्रदर्शन करें। ”
रोहित ने बुमराह के उप-कप्तान की भूमिका संभालने के बारे में कहा, “ ईमानदारी से कहूं तो यह सच में बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है कि उप कप्तान बल्लेबाज है या गेंदबाज। यह सिर्फ अपने-अपने मन की बात है जो व्यक्ति के लिए मायने रखती है। मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह के पास खेल के लिए बहुत अच्छा दिमाग है, मैंने इसे करीब से देखा है। यकीनन यह उनके लिए नेतृत्व की भूमिका में कदम रखने का अच्छा समय है। वह स्पष्ट रूप से अपने खेल को काफी उच्च स्तर पर ले गए हैं और मुझे यकीन है कि वह आगे भी ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं। इससे उन्हें मैदान पर वो सब कुछ करने में और अधिक आत्मविश्वास मिलेगा जो वो करना चाहते हैं। उन्हें इस विशेष श्रृंखला में टीम के उप-कप्तान के रूप में देखना अच्छा है। उम्मीद करता हूं कि सब कुछ बहुत अच्छा हो। मैं उन्हें करीब से जानता हूं, मैं उनसे क्रिकेट के बारे में बहुत बात करता हूं और मैं समझता हूं कि वह क्रिकेट को लेकर काफी समझदार हैं, इसलिए उस भूमिका में उनका वहां होना अच्छा है। ”(वार्ता)