सीमान्त सुवीर
हेमिल्टन। 3 वनडे मैचों के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज को भारत की झोली में डालने के बाद विराट कोहली आराम करने के लिए स्वदेश आ गए थे और टीम के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा पर बड़ी जिम्मेदारी थी। उनकी कप्तानी में भारत 4-1 से सीरीज जीतने में सफल जरूर हुआ लेकिन टी-20 मैचों की सीरीज 1-2 से गंवा बैठा। तीसरे टी-20 मैच में रोहित शर्मा एक रिकॉर्ड बनाने से चूक गए। यह रिकॉर्ड था सर्वाधिक धक्के लगाने का...
कप्तान रोहित शर्मा के नाम तीसरे टी-20 मैच के पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में 349 छक्के थे और 1 छक्का उन्हें 350 तक पहुंचा सकता था, जो कि एक रिकॉर्ड उनके नाम कर सकता था लेकिन कप्तानी के दबाव में वे ऐसा दब गए कि खुलकर खेल ही नहीं सके। यहां तक कि 32 गेंदों की 38 रनों की पारी में उनके बल्ले से एक भी छक्का नहीं निकला।
असल में जीत के लिए 213 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया का पहला विकेट 8 रनों के कुल स्कोर पर शिखर धवन (5) के रूप में पहले ही ओवर में पैवेलियन लौट गया था और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए विजय शंकर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों पर टूट पड़े थे। रोहित को एक छोर संभाले रखना था। इसी वजह से वे आक्रामक शॉट खेलने से बचते रहे।
ऑकलैंड में दूसरे टी-20 मैच में रोहित ने 29 गेंदों में अर्द्धशतक ठोंक डाला था लेकिन हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने उन्हें लेग साइड पर गेंदें ही नहीं खिलाईं वरना छक्का मारना उनके बाएं हाथ का खेल था। रोहित ने अपनी 38 रनों की पारी में 3 चौके जरूर लगाए। रोहित और विजय शंकर के बीच दूसरे विकेट की साझेदारी में जरूर 73 रन जोड़े गए।
विजय शंकर ने 28 गेंदों में 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 43 रनों की तूफानी पारी खेली। ईश सोढ़ी के ओवर में उन्होंने जो लगातार 2 छक्के मारे, वे देखते ही बनते थे। उधर रोहित खुद पर दबाव नहीं डालते तो मैच की कहानी ही दूसरी ही होती। हालांकि वे 14वें ओवर में जाकर मिचेल का शिकार बने, तब तक वे स्कोर को 141 तक पहुंचा चुके थे।
गौरतलब है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी 2 वनडे और पहले टी-20 तक रोहित शर्मा 10 रन तक भी नहीं पहुंचे थे। ऑकलैंड में उनकी 50 रनों की धुंआधार पारी से उम्मीद जगी थी कि वे सीरीज में टीम इंडिया को जीत दिलवाकर ही लौटेंगे लेकिन ऐसा हो नहीं सका। हालांकि एक रिकॉर्ड तो उनके नाम दर्ज हो ही गया। ऑकलैंड में भारत ने पहली बार न्यूजीलैंड को टी-20 में उसी की धरती पर हराया और यह जीत रोहित की कप्तानी में मिली।