नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ क्रिकेट जगत की उभरती टीम अफगानिस्तान का खतरा महसूस करने लगे हैं और उनका मानना है कि एशिया कप में भारत को केवल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान पर भी नजर रखनी चाहिए।
दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार और भारतीय 'ए' टीम के कोच द्रविड़ ने शुक्रवार को यहां द्वारका में मनिपाल हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के बाद बातचीत में कहा कि अफगानिस्तान की टीम इस समय एशिया कप में शानदार प्रदर्शन कर रही है और उसने अपने प्रदर्शन से दूसरी टीमों को चौंकाया है।
द्रविड़ ने कहा कि हमें एशिया कप में सिर्फ चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के बारे में ही नहीं सोचना चाहिए। भारतीय टीम को देखना चाहिए कि दूसरी टीमें खासतौर पर अफगानिस्तान काफी शानदार प्रदर्शन कर रहा है और सुपर-4 में उससे सावधान रहने की जरूरत है। अफगानिस्तान ने एशिया कप में अब तक श्रीलंका को 91 से और बांग्लादेश को 136 रन के बड़े अंतर से हराया है और सुपर-4 में जगह बनाई है।
'द वॉल' के नाम से मशहूर द्रविड़ ने कहा कि यदि मैं टीम में होता तो मैं सिर्फ पाकिस्तान पर ही नहीं, बल्कि अफगानिस्तान पर भी पूरा ध्यान लगाता। भारत को सुपर-4 में पकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान से भी खेलना है। भारत ने ग्रुप मैच में पाकिस्तान को हराया था लेकिन द्रविड़ की टीम इंडिया को सलाह है कि वह अफगानिस्तान पर भी नजर रखे और उससे सावधान रहे।
द्रविड़ ने इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी का बचाव करते हुए कहा कि वहां परिस्थितियां बल्लेबाजी के लिए काफी मुश्किल थीं और कप्तान विराट कोहली को छोड़कर दोनों टीमों के बल्लेबाजों को परेशानी हो रही थी। इंग्लैंड के हालात में बल्लेबाजी करना कतई आसान नहीं था।
पूर्व कप्तान ने हालांकि साथ ही कहा कि भारतीय टीम के पास सीरीज में मौके थे, जो उन्हें भुनाने चाहिए थे। भारतीयों ने इन मौकों को नहीं भुनाया और सीरीज हारने की यह एक बड़ी वजह रही। इंग्लैंड का दौरा 3-4 साल में एक बार होता है और खिलाड़ियों को इस बार की गलतियों से सबक लेना चाहिए। हमने सीरीज में कुछ-कुछ हिस्सों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन यह जीतने के लिए काफी नहीं था।
द्रविड़ ने कहा कि सीरीज में भारतीय टीम के कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे, जैसे गेंदबाजी। हमारे गेंदबाजों ने पूरी सीरीज में शानदार गेंदबाजी की और ऐसी गेंदबाजी देखना वाकई सुखद अहसास था। द्रविड़ ने साथ ही कहा कि गेंदबाजी के अलावा टीम का क्षेत्ररक्षण और स्लिप कैचिंग भी शानदार थी। उन्होंने कहा कि ये कुछ ऐसे पहलू हैं जिन पर हम गर्व कर सकते हैं। यह टीम अच्छी थी लेकिन इसे अपनी गलतियों से सबक सीखना होगा कि जब टीम अगली बार इंग्लैंड का दौरा करे तो ऐसी गलतियों को न दोहराए।
भारतीय कोच रवि शास्त्री के इस टीम के पिछले कई वर्षों की सर्वश्रेष्ठ टीम होने के दावे पर द्रविड़ ने कहा कि मैं ऐसी बातों में ज्यादा इच्छुक नहीं हूं। उन्होंने जो कहा है उसका कोई फर्क नहीं पड़ता है। आपने मौके नहीं भुनाए, इसका फर्क पड़ता है। यह बात जरूर है कि 5 मैचों की यह ऐसी अभूतपूर्व सीरीज रही जिसमें सभी मैचों में परिणाम निकला।
खिलाड़ियों की फिटनेस पर बल देते हुए द्रविड़ ने यो यो टेस्ट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह कोई नई बात नहीं है, ऐसा पहले भी होता था, चीजें बदली हैं और अब एक बेंचमार्क रखा गया है, जहां तक खिलाड़ी के लिए पहुंचना जरूरी है।