सिडनी। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन रविवार को कुछ मिनट के लिए खेल रुका जब मेहमान टीम के खिलाड़ियों ने यहां सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर दर्शकों द्वारा अपशब्दों की शिकायत की। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (CA) ने इसके बाद माफी मांगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया।
इससे पहले कल भी एससीजी पर नशे में धुत्त एक दर्शक ने कथित तौर पर भारतीय खिलाड़ियों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर नस्ली टिप्पणी की थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से इसकी शिकायत की है।
सीए के इंटिग्रिटी एवं सुरक्षा प्रमुख सीन केरोल ने कहा कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया हर तरह के भेदभावपूर्ण व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा कि श्रृंखला का मेजबान होने के नाते हम भारतीय क्रिकेट टीम में अपने मित्रों से माफी मांगते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार सुरक्षाकर्मियों ने 6 लोगों को मैदान से बाहर निकाला जबकि इस दौरान लगभग दस मिनट तक खेल रुका रहा।
रविवार को चौथे दिन के दूसरे सत्र के दौरान भारतीय खिलाड़ी मैदान के बीच एकत्रित हो गए जब स्क्वायर लेग बाउंड्री पर खड़े सिराज ने अपशब्द कहे जाने की शिकायत की। इससे पहले सिराज के ओवर में कैमरन ग्रीन ने लगातार 2 छक्के जड़े थे। इसके बाद सुरक्षाकर्मी दर्शक दीर्घा में गए और अपशब्द कहने वाले व्यक्ति को ढूंढने लगे और फिर दर्शकों के एक समूह को स्टैंड से जाने को कहा गया।
केरोल ने कहा कि अगर आप नस्ली अपशब्द का इस्तेमाल करते हो तो आस्ट्रेलियाई क्रिकेट में आपका स्वागत नहीं है। सीए को शनिवार को सिडनी क्रिकेट मैदान पर की गई शिकायत के मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की जांच के नतीजे का इंतजार है।
न्यू साउथ वेल्स स्थल की मुख्य कार्यकारी केरी माथेर ने कहा कि जिम्मेदार लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच जा रही है। उन्होंने कहा कि हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। अगर इससे जुड़े लोगों की पहचान होती है तो उन्हें हमारे कानून के तहत सिडनी क्रिकेट ग्रांउड और न्यू साउथ वेल्स के अंतर्गत आने वाले सभी स्थलों से प्रतिबंधित किया जाएगा।
भारतीय अपने खिलाड़ियों के साथ हुई इस घटना से नाराज थे और दर्शकों को स्टैंड से बाहर किए जाने के बाद मामला शांत हुआ।
पता चला है कि भारतीय टीम के साथ पहली बार दौरे पर आए सिराज अपने कप्तान अजिंक्य रहाणे और मैदानी अंपायरों के पास पहुंचे और अपने साथ जो हुआ उसकी शिकायत की। शनिवार को भी इसी स्थान पर क्षेत्ररक्षण करते हुए सिराज को अपशब्दों का सामना करना पड़ा था।
रहाणे को इसके बाद सिराज के कंधे पर हाथ रखकर स्टैंड पर एक समूह की ओर इशारा करते देखा गया जबकि इस दौरान वह अंपायरों से बात कर रहे थे और सुरक्षाकर्मी भी इस दौरान अपने काम में लग गए।
मैच के तीसरे दिन नशे में धुत्त एक दर्शक ने कथित तौर पर सिराज को बंदर कहा था जिससे 2007-2008 श्रृंखला के कुख्यात मंकीगेट प्रकरण की यादें ताजा हो गई थी। (भाषा)