नई दिल्ली। प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने बुधवार को बीसीसीआई की भ्रष्टाचाररोधी इकाई का बचाव करते हुए कहा कि 3 सदस्यीय टीम हर जगह मौजूद नहीं रह सकती। इससे पहले बोर्ड ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) के क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को कथित तौर पर यह दावा करने पर निलंबित कर दिया कि वे भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले वनडे से पूर्व पिच से छेड़छाड़ कर सकते हैं।
बुधवार को इंडिया टुडे टीवी के स्टिंग ऑपरेशन में सलगांवकर को सट्टेबाज बनकर आए अंडरकवर रिपोर्टर को यह कहते सुना और देखा गया जबकि वे दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर एमसीए स्टेडियम की पिच पर खड़े थे।
राय ने बुधवार को यहां कहा कि सभी तरफ से अनियमितताएं थीं इसलिए पूर्ण स्तर की जांच के आदेश दिए गए हैं। एसीयू (पूर्व पुलिस आयुक्त नीरज कुमार इसके प्रमुख हैं) में केवल 3 लोग हैं इसलिए वे हर जगह नहीं जा सकते हैं। बीसीसीआई के बयान में राय ने कहा कि हम इस मुद्दे को देख रहे हैं और संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और नियमों के अनुसार कार्रवाई करेंगे।
कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा कि मीडिया में यह खबर आने के बाद त्वरित कदम उठाए गए। मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया कि सलगांवकर को रिपोर्टर की जरूरत के मुताबिक पिच से छेड़छाड़ के लिए राजी होते हुए देखा गया।
चौधरी ने कहा कि हमने त्वरित कार्रवाई की और सुनिश्चित किया कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे वनडे से पूर्व कोई कमी नहीं रहे। बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी ने कहा कि बीसीसीआई एमसीए के संपर्क में है और इस मामले के संदर्भ में उचित कदम उठाए गए हैं। बीसीसीआई भविष्य में इस तरह के दुर्व्यवहार के संदर्भ में कड़े कदम उठाना जारी रखेगा। (भाषा)