दुबई। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज और चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी ने टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सराहना करते हुए कहा है कि धोनी का वैश्विक क्रिकेट में गहरा प्रभाव है और वर्ष 2000 के बाद धोनी से बड़ा कोई क्रिकेटर नहीं है।
धोनी ने गत 15 अगस्त को अचानक इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। बालाजी के अनुसार संन्यास लेने के कुछ क्षण पहले तक धोनी उनके साथ थे लेकिन उन्होंने इतने बड़े फैसले की कोई भनक तक नहीं लगने दी। वह संन्यास लेने के बाद भी काफी सामान्य थे।
बालाजी ने कहा, अभ्यास खत्म होने के बाद मैंने धोनी से विकेट, अभ्यास और खेल के वातावरण पर बात की। उस दिन अभ्यास खत्म करने के बाद मैं अंदर चला गया। मुझे एहसास भी नहीं था कि उन्होंने सात बजकर 29 मिनट पर अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने कहा, संदेश भेजने के बाद धोनी आए और उन्होंने मुझे कहा कि ग्राउंडमैन से पिच पर ज्यादा पानी डालने के लिए कहा। मैंने उनसे कहा ठीक है लेकिन मुझे कुछ एहसास नहीं हुआ। यह उनके जीवन का बहुत बड़ा पल था।
पूर्व गेंदबाज ने कहा, वर्ष 2000 के बाद मेरे ख्याल से न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में धोनी से बड़ा कोई क्रिकेटर नहीं है जिसका इतना प्रभाव है। मैंने सुना था कि बल्लेबाज जोर से गेंद को मारते हैं। किसी भी गेंदबाज या फील्डर के लिए उस समय गेंद को पकड़ना मुश्किल होता है। मैंने ऐसा करते पहली बार धोनी को देखा था।
बालाजी ने कहा, अभी भी अगर आखिरी ओवर में 20 से ज्यादा रन चाहिए होंगे और मुझे किसी बल्लेबाज को चुनना होगा तो मैं धोनी का नाम लूंगा। उनका इतना गहरा प्रभाव है। उनका नेतृत्व और बल्लेबाजी का तरीका बिल्कुल अलग है।
चेन्नई के गेंदबाजी कोच ने कहा, उनके नेतृत्व ने सभी कप्तानों के बीच नेतृत्व की धारणा को बदल दिया है। जिस तरह वह मैदान पर अपनी भावना पर काबू पाते हैं और टीम के वातावरण को बनाए रखते हुए सफलतापूर्वक कप्तानी करते हैं, ऐसा सिर्फ धोनी ही कर सकते हैं।(वार्ता)