मेलबर्न। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज ट्रॉफी के चौथे मैच में 'खराब पिच' के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आधिकारिक रूप से चेतावनी दी है। एशेज ट्रॉफी के चौथे मैच में मेलबोर्न स्टेडियम की पिच को रैफरियों और आईसीसी ने भी खराब करार दिया था जिसके लिए वैश्विक संस्था ने एमसीजी को आधिकारिक चेतावनी जारी की है।
मेलबर्न पिच की ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों ही टीमों ने काफी आलोचना की थी और 5 दिनों के मैच में यहां केवल 24 विकेट गिरे जबकि मैच ड्रॉ समाप्त हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैचों की एशेज सीरीज 4-0 से जीती थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 327 रन और दूसरी पारी में 263 रन बनाकर पारी घोषित की थी जबकि इंग्लैंड ने एकमात्र पारी में 491 रन बनाए थे।
मैच रैफरी रंजन मदुगाले ने पिच को लेकर दी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस पिच पर बल्ले और गेंद में संतुलन नहीं था और 5 दिन में भी इस पर कोई बदलाव नहीं हुआ। आईसीसी ने बताया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने मदुगाले द्वारा दी गई पिच को खराब रैटिंग का विरोध नहीं किया है।
आईसीसी ने बयान में कहा कि सीए ने अपनी सफाई में कहा है कि इस पिच पर अंतरराष्ट्रीय मैचों में खराब विकेट तैयार करने का कोई इतिहास नहीं रहा है और इसका निरंतर उपयोग बड़े मैचों के लिए होता रहा है। वैश्विक संस्था ने साथ ही कहा कि एमसीसी और सीए दोनों ने भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पिच में सुधार करने का भरोसा जताया है। 'पिच एंड आउटफील्ड मॉनिटरिंग' प्रक्रिया के तहत मेलबर्न टेस्ट आईसीसी द्वारा समीक्षा किया गया आखिरी मैच था और अब वैश्विक संस्था की नई प्रक्रिया नववर्ष में 4 जनवरी से प्रभावी होगी।
नई प्रक्रिया के तहत यदि किसी पिच को खराब करार दिया गया तो उसे नकारात्मक अंक दिए जाएंगे, जो 5 वर्षों तक प्रभावी होंगे और अधिक अंक होने पर उस मैदान को अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करने से प्रतिबंधित भी किया जा सकता है। इस पिच विवाद के बाद एमसीजी में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच रविवार को आयोजित किया जाएगा। (वार्ता)