मुंबई। पूर्व मैनेजर लालचंद राजपूत ने भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद के लिए दावेदारी पेश की है। राजपूत अभी जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कोच हैं लेकिन आईसीसी के सरकारी हस्तक्षेप के कारण जिम्बाब्वे क्रिकेट को निलंबित करने के बाद उन्होंने भारत का मुख्य कोच बनने में रुचि दिखाई है।
पता चला है कि दक्षिण अफ्रीका में 2007 में पहला टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर रहे राजपूत ने बीसीसीआई को निर्धारित समय सीमा खत्म होने से पूर्व दुबई हवाई अड्डे से आवेदन भेजा जबकि वे कनाडा जा रहे थे।
बीसीसीआई ने मुख्य कोच, बल्लेबाजी कोच और गेंदबाजी कोच सहित अन्य पदों के लिए आवेदन मंगाए हैं और इसके लिए अंतिम तारीख 30 जुलाई थी। मुंबई के पूर्व सलामी बल्लेबाज राजपूत ने भारत का भी प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने अफगानिस्तान के अलावा असम को कोचिंग दी है जबकि 2 साल के लिए टी-20 मुंबई लीग की टीम के भी कोच रहे।
राजपूत के करीबी सूत्रों ने बताया है कि राजपूत ने मुख्य कोच के लिए अपने नाम पर विचार नहीं होने की स्थिति में बीसीसीआई से आग्रह किया है कि बल्लेबाजी कोच के लिए उनके नाम पर विचार किया जाए। मौजूदा मुख्य कोच रवि शास्त्री सहित कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्यों का कार्यकाल 45 दिनों के लिए बढ़ाया गया है, जो वेस्टइंडीज के आगामी दौरे तक रहेगा।
टीम के नए कोचों को बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति चुनेगी जिसमें विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव, पूर्व मुख्य कोच अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी शामिल हैं।