इंदौर। भारतीय कप्तान विराट कोहली को बांग्लादेश के खिलाफ यहां पहले टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को खाता खोले बिना पैवेलियन पहुंचने पर जहां होलकर स्टेडियम में उनके हजारों प्रशंसकों को निराशा हाथ लगी, वहीं सोशल मीडिया पर ठेठ इंदौरी अंदाज में उनकी खिंचाई भी की गई।
कोहली के शून्य पर आउट होने के बाद आयुष कचोलिया नाम के उपयोगकर्ता ने ट्विटर पर लिखा, 'कोहली, मैंने आपको कहा था कि इंदौर के पोहे का स्वाद लो और सर्राफा चाट चौपाटी की सैर करो। चिंता की कोई बात नहीं, अब थोड़ा पोहा खाओ और दूसरी पारी में शतक बनाओ।'
फेसबुक उपयोगकर्ता समीर शर्मा ने हिन्दी बोलने के ठेठ इंदौरी अंदाज में लिखा, 'मेरा क्या केना (कहना) हे (है) ये विराट इंदौर में पोए (पोहे) नी (नहीं) खायेगा, वीगन-वीगन करेगा, तो जीरो पे ही आउट होयेगा (होगा)।'
पोहा, इंदौर का सबसे पसंदीदा नाश्ता है। अपने पारंपरिक जायकों के लिए देश-दुनिया में मशहूर शहर में पोहे की हजारों दुकानें हैं। खासकर सुबह के वक्त इन दुकानों पर स्वाद के शौकीनों की भीड़ उमड़ी रहती है।
स्थानीय होलकर स्टेडियम में खेले जा रहे पांच दिवसीय मैच के दूसरे दिन बांग्लादेश के सबसे सफल गेंदबाज अबु जायेद ने कोहली को खाता भी नहीं खोलने दिया।
भारत की पहली पारी में कोहली के खिलाफ जायेद की पगबाधा की अपील ठुकरा दी गई, तो मेहमान टीम ने डीआरएस का सहारा लिया। तीसरे अंपायर ने भारतीय कप्तान को पगबाधा आउट करार दिया और इस तरह से कोहली शून्य पर पैवेलियन लौट गए।
होलकर स्टेडियम में जुटे हजारों प्रशंसकों को कोहली से उम्दा बल्लेबाजी की उम्मीद थी। इस स्टेडियम के साथ कोहली के व्यक्तिगत कीर्तिमान की यादें भी जुड़ी हैं। उन्होंने यहां भारत और न्यूजीलैंड के बीच अक्टूबर 2016 में खेले गए टेस्ट मैच में 211 रन की बड़ी पारी खेली।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन साल पहले खेला गया यह मुकाबला होलकर स्टेडियम में आयोजित पहला टेस्ट मैच था। भारतीय टीम ने यह मैच 321 रन के विशाल अंतर से जीता था। भारत और बांग्लादेश के बीच बृहस्पतिवार से शुरू हुआ मुकाबला इस स्टेडियम के इतिहास का दूसरा टेस्ट मैच है।