Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

INDvsENG 3rd : भारत ने 2-1 से अपने नाम की वन-डे सीरीज, तीसरे मैच में इंग्लैंड को 7 रन से हराया

INDvsENG 3rd :  भारत ने 2-1 से अपने नाम की वन-डे सीरीज, तीसरे मैच में इंग्लैंड को 7 रन से हराया
, रविवार, 28 मार्च 2021 (22:40 IST)
पुणे। भारत ने आखिरी वनडे में इंग्लैंड को 7 रन से हरा दिया। बेहद ही रोमांचक मुकाबले में भारत बाजी मारने में कामयाब रहा। इसके साथ ही भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया है। इंग्लैंड को आखिरी ओवर में जीत के लिए 14 रन की जरूरत थी, लेकिन नटराजन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 6 रन ही खर्च दिए। सैम कर्रन 95 रन बनाकर नाबाद रहे। कर्रन की बेहतरीन बल्लेबाजी टीम को जीत नहीं दिला पाई। भारतीय टीम ने टेस्ट और टी-20 के बाद वन-डे सीरीज में भी इंग्लैंड को हराया।
 
भारत ने सैम करेन की करिश्माई पारी के बावजूद इंग्लैंड की एक और बड़ा लक्ष्य हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेरकर तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां 7 रन से जीत दर्ज करके सीरीज 2-1 से अपने नाम की। भारत ने इंग्लैंड से तीनों प्रारूपों में सीरीज जीती। भारत ने टेस्ट मैचों में 3-1 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 3-2 से जीत दर्ज की थी।
 
भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद 48.2 ओवर में 329 रन बनाकर आउट हो गई लेकिन इंग्लैंड दूसरे वन-डे की तरह बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया और उसकी टीम नौ विकेट पर 322 रन ही बना पाई।
 
करेन ने 22 रन के निजी योग पर हार्दिक पंड्या से मिले जीवनदान के बाद 83 गेंदों पर नाबाद 95 रन की पारी खेली जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल हैं। उनकी पारी से इंग्लैंड की उम्मीदें जगी लेकिन उनके अलावा केवल डाविड मलान (50) ही अपनी अच्छी शुरुआत का कुछ फायदा उठा पाए थे।
 
भारतीय गेंदबाजों की प्रशंसा करनी होगी जिन्होंने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर अच्छी गेंदबाजी की। विशेषकर शार्दुल ठाकुर (67 रन देकर 4) ने साझेदारी तोड़ने का अपना कौशल दिखाया जबकि भुवनेश्वर कुमार (42 रन देकर 3) ने धारदार गेंदबाजी की।
 
इससे पहले शिखर धवन (56 गेंदों पर 67 रन, 10 चौके) और रोहित शर्मा (37 गेंदों पर 37 रन, छह चौके) ने पहले विकेट के लिए 103 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन इंग्लैंड के स्पिनरों ने जल्द ही स्कोर 4 विकेट 157 रन कर दिया। इसके बाद ऋषभ पंत (62 गेंदों पर 78) और हार्दिक पंड्या (44 गेंदों पर 64) ने 99 रन जोड़कर स्थिति संभाली। इन दोनों ने समान पांच चौके और चार छक्के लगाए।
 
भुवनेश्वर ने दोनों सलामी बल्लेबाजों जैसन रॉय (14) और जॉनी बेयरस्टॉ (एक) को लगातार ओवरों में आउट करके भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई। उन्हें बेन स्टोक्स का विकेट भी मिल जाता लेकिन हार्दिक ने उनका हवा में लहराता आसान कैच छोड़ दिया।
 
स्टोक्स हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और टी नटराजन की फुलटॉस उन्होंने डीप मिडविकेट पर धवन के सुरक्षित हाथों में पहुंचा दी। स्कोर 3 विकेट पर 68 रन हो गया। कप्तान जोस बटलर (15) लगातार तीसरे मैच में नहीं चल पाए। शार्दुल ठाकुर ने उन्हें पगबाधा आउट किया जिसके लिए भारत ने डीआरएस का सहारा लिया।
 
हार्दिक ने 5वें गेंदबाज के रूप में वन-डे श्रृंखला में पहली बार गेंद संभाली। यह कुल चौथा और 1997 के बाद पहला अवसर था जबकि भारत पांच तेज गेंदबाजों पहले पांच गेंदबाजों के रूप में आजमाया।
 
लियाम लिविंगस्टोन (31 गेंदों पर 36 रन) और मलान जब पारी संवारने का काम रहे थे तब ठाकुर ने इन दोनों को पैवेलियन भेजा। लिविंगस्टोन ने उनकी फुलटॉस पर वापस कैच दिया तो मलान ने शॉर्ट मिडविकेट पर खड़े रोहित को कैच का अभ्यास कराया। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की।
 
भुवनेश्वर 30 ओवर के बाद दूसरे स्पैल के लिए और उन्होंने खतरनाक दिख रहे मोईन अली (25 गेंदों पर 29) को पैवेलियन भेज दिया। हार्दिक ने उनका बेहतरीन कैच लिया लेकिन करेन का आसान कैच छोड़ा। करेन ने इसके बाद आदिल राशिद (19) के साथ 57 और मार्क वुड (14) के साथ 60 रन की साझेदारी करके मैच को रोमांचक बना दिया था।
 
इससे पहले कोहली ने फिर से टॉस गंवाया लेकिन धवन और रोहित ने शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। इसके बाद हालांकि 18 रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा कप्तान कोहली (सात) का विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गई।
 
आदिल राशिद (81 रन देकर दो) ने रोहित को गुगली पर गच्चा देकर बोल्ड करके भारतीयों की इस तरह की गेंदों को खेलने की कमजोरी फिर उजागर की। धवन भी गुगली को समझने में नाकाम रहे और राशिद को वापस कैच दे बैठे जबकि मोईन अली (39 रन देकर एक) की ऑफ स्टंप के बाहर पिच की गयी गेंद टर्न लेकर लेग स्टंप थर्रा गयी। कोहली इस टर्न से हैरान थे।
 
केएल राहुल (7) के जल्दी पवेलियन लौट जाने से स्थिति गंभीर लगने लग गई थी लेकिन ऋषभ और हार्दिक ने अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी की और जल्द ही टीम पर से दबाव भी कम कर दिया।
 
पंत ने लियाम लिवंगस्टोन (20 रन देकर एक) पर छक्का और फिर चौका जड़ने के बाद राशिद पर छक्के से अपना तीसरा अर्द्धशतक पूरा किया और फिर अपना सर्वोच्च स्कोर भी बनाया लेकिन इसके तुरंत बाद वह विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
 
मोईन के एक ओवर में 3 छक्के लगाने वाले हार्दिक भी सातवां अर्द्धशतक पूरा करने के बाद स्टोक्स (45 रन देकर एक) की गेंद फ्लिक करने से चूकने के कारण बोल्ड हो गए। भारत का 35 ओवर के बाद विशाल स्कोर सुनिश्चित लग रहा था लेकिन मार्क वुड (34 रन देकर तीन) की अगुवाई में इंग्लैंड ने अच्छी वापसी की।
 
शार्दुल ठाकुर ने तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 30 रन बनाए लेकिन क्रुणाल पंड्या पहले मैच की तरह रंग में नहीं दिखे और उन्हें 34 गेंदों पर 25 रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। भारत ने आखिरी चार विकेट आठ रन के अंदर गंवाए।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

पूर्व भारतीय बल्लेबाज बद्रीनाथ Corona जांच में पॉजिटिव