कोलकाता। दुनिया में गुलाबी गेंद से टेस्ट मैचों की शुरुआत हो गई है और भारत में दुलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट गुलाबी गेंद से खेला जा चुका है लेकिन टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक टीम इंडिया फिलहाल डे नाइट टेस्ट नहीं खेल पाएगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारियों की बैठक में विश्व कप 2019 के कार्यक्रम के अलावा 2019-23 के पांच साल के लिए भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) के मैचों पर भी चर्चा हुई।
भारत इस दौरान क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अधिकतम 309 दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेगा जो पिछले पांच वर्षों के चक्र से 92 दिन कम है। भारत के घरेलू टेस्ट मैचों की संख्या बढ़ाकर 15 से 19 कर दी गई है और ये सभी टेस्ट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होंगे।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के सभी मैच दिन में और लाल गेंद से खेले जाएंगे इसलिए भारत अभी गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच नहीं खेल पाएगा। बैठक में आईसीसी के चेयरमैन के चुनाव पर भी चर्चा हुई। यदि चुनाव होते हैं तो तो यह जून की समाप्ति पर वार्षिक सम्मलेन के साथ होंगे और आईसीसी बोर्ड इसकी प्रक्रिया निर्धारित करेगा।
इंग्लैंड के जाइल्स क्लार्क इस पद के दावेदार हैं लेकिन निवर्तमान चेयरमैन शशांक मनोहर को भी विस्तार मिल सकता है।यदि मनोहर प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं तो फिर चुनाव की जरूरत नहीं रहेगी। बीसीसीआई के सदस्य मनोहर के फिर चुने जाने का विरोध कर सकते हैं लेकिन मनोहर के पास चुने जाने के लिए पर्याप्त संख्या है। (वार्ता)