ENGvsAUS पांचवें एशेज़ टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को इंग्लैंड के खिलाड़ी मनोभ्रंश (dementia) के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये एक-दूसरे की जर्सियां पहनकर मैदान पर उतरे।
विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो इस मानवीय पहल के लिये कप्तान बेन स्टोक्स की जर्सी पहनकर उतरे, जबकि अनुभवी गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने जोड़ीदार स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम वाली जर्सी पहनी। मोईन अली तेज़ गेंदबाज़ क्रिस वोक्स की जर्सी पहने नज़र आये।
डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज़ याद्दाश्त और सोचने की क्षमता खोने जैसी परेशानियों का सामना करता है। कई बार डिमेंशिया से ग्रसित व्यक्ति अपने आप को इस तरह की भ्रम की स्थिति में पा सकता है जहां उसे जाने-पहचाने चेहरों का नाम भी याद न रहे।
इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कॉथिक ने बताया कि जर्सियां बदलने का निर्णय इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और ब्रिटेन की अल्ज़ाइमर्स सोसाइटी ने मिलकर लिया।
ट्रेस्कॉथिक ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, "हम यहां अल्ज़ाइमर्स सोसाइटी को समर्थन दे रहे हैं। यह विषय हमारे दिल के बेहद करीब है। यह एक भयानक बीमारी है। हम यहां जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को शिक्षित कर इस मुद्दे को आगे लाने के साथ-साथ धनराशि इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हम जितनी अधिक धनराशि इकट्ठा करेंगे, उतनी ही बेहतर शोध हो सकेगी। हमने देखा है कि बाज़ार में नयी दवाइयां आयी हैं। वे इस बीमारी के संबंध में बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं। उम्मीद है कि आज की यह पहल लोगों को यह समझने के लिये प्रेरित करेगी।"(एजेंसी)