साउथम्पटन। वेस्टइंडीज ने पहले क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड पर दबाव बनाए रखा है और उसके बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। चौथे दिन चाय ब्रेक तक मेजबान ने दूसरी पारी में 3 विकेट पर 163 रन बनाकर बमुश्किल 54 रन की बढ़त बनाई। इंग्लैंड के पहली पारी के 204 रन के जवाब में वेस्टइंडीज ने 318 रन बनाए थे।
इंग्लैंड का रनरेट 2.4 प्रति ओवर है जिससे पिछले चार महीने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली का इंतजार करने के बाद टीवी के सामने नजरें गड़ाए बैठे दर्शकों को जरूर निराशा हुई होगी। कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च से खेल गतिविधियां ठप थीं और इस मैच के जरिए ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली हुई है। दूसरे सत्र में 30 ओवर में 89 रन बने और दो विकेट गिरे।
पहले सत्र का खेल भी काफी धीमा और उबाऊ रहा। बर्न्स के रूप में एकमात्र विकेट गिरा, जो रोस्टन चेस की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट में जॉन कैंपबेल को कैच देकर लौटे। उन्होंने 104 गेंद में 42 रन बनाए।
इंग्लैंड ने दर्शकों के बिना रोस बाउल पर कल के स्कोर बिना किसी नुकसान के 15 रन से आगे खेलना शुरू किया था। सुबह बल्लेबाज इतना धीमा खेल रहे थे कि एक समय नौ ओवर में तीन ही रन बने। पूरे सत्र में 30 ओवर में 64 रन ही बन सके।
दूसरे सत्र में डोम सिबले (50) टेस्ट क्रिकेट में अपने दूसरे अर्द्धशतक तक पहुंचने के तुरंत बाद आउट हो गए। उन्होंने शेनोन गैब्रियल की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया।
तीसरे नंबर के बल्लेबाज जो डेनली ने चेस की गेंद पर शॉर्ट मिडविकेट पर कैरेबियाई कप्तान जैसन होल्डर को शार्ट मिडविकेट पर कैच दिया। वे 29 रन बनाकर आउट हुए।
चाय के समय जाक क्राउले 38 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स 15 गेंद में अभी खाता नहीं खोल सके थे। (भाषा)