रीवा। 'दिव्यांग खिलाड़ियों में प्रतिभा, हुनर और मेधा की कमी नहीं है। आवश्यकता है उन्हें प्रोत्साहित करने की। उन्हें अपना कौशल प्रदर्शन करने के लिए मंच उपलब्ध कराने की और इसी दिशा में दिव्यांग खिलाड़ियों के उत्साह, ऊर्जा और हौसले को समृद्ध करने के लिए पहली बार यह प्रतियोगिता रीवा संभाग में आयोजित की गई है।' यह बात रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने प्रदेश में पहली बार दिव्यांगों की संभाग स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कही।
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के स्टेडियम में आयोजित स्पर्धा के मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य दिव्यांगों के प्रति दया भाव दिखाने का नहीं बल्कि उनके आत्म सम्मान और सेहत को गरिमा प्रदान करते हुए उन्हें सशक्त बनाने का लक्ष्य है। हमारा उद्देश्य दिव्यांगों के आत्म सम्मान, उनकी सेहत, शिक्षा और अधिकारों को सशक्त करने के लिए सकारात्मक माहौल बनाना है।
डॉ. भार्गव स्पर्धा के शुभारंभ और समापन दोनों अवसरों पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। समारोह में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव, वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी गुरमीत सिंह मंगू एवं रमाशंकर पटेल भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्टेडियम में पहुंचे।
डॉ. भार्गव ने कहा कि दिव्यांग खिलाड़ियों के जोश उमंग और उत्साह को देखते हुए इस प्रतियोगिता के स्तर को और अधिक व्यापक बनाने की जरूरत है। दिव्यांगजनों को सकारात्मक माहौल प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। दिव्यांगों के प्रति हमारा सम्मान और आदर का भाव होना चाहिए। उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए इस तरह के आयोजन किए जाना जरूरी हैं।
उन्होंने दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल में हार-जीत होती रहती है, लेकिन हारने वाली टीम को निराश होने की जरूरत नहीं है। हारे हुए खिलाड़ी अपने प्रयास निरंतर जारी रखें। एक दिन उन्हें कामयाबी अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि खेलों को आपसी भाईचारा और मैत्री बनाए रखकर ही खेलें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने विजेता और उप विजेता खिलाड़ियों को शील्ड और ट्रॉफी प्रदान की।
संभाग स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत दृष्टि बाधित खिलाड़ियों की प्रतियोगिता के तहत रीवा की टीम सतना की टीम को हराकर विजेता बनी। इसी तरह श्रवण बाधित खिलाड़ियों की प्रतियोगिता के अंतर्गत रीवा की टीम सीधी की टीम को हराकर विजेता बनी।
प्रतियोगिता के दौरान संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण अनिल दुबे, उप संचालक सतीश निगम, प्राचार्य नेत्रहीन विद्यालय रमेश कुमार त्रिपाठी, अधीक्षक एसडीएम त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी, संभाग के विभिन्न जिलों के खिलाड़ियों के साथ आए टीम मैनेजर, कोच, दिव्यांग खिलाड़ी उपस्थित थे।