भारतीय कप्तान विराट कोहली क्रिकेट का एक बड़ा नाम है और वह जैसे जैसे क्रिकेट खेलते जा रहे हैं रिकॉर्ड्स को तोड़ते जा रहे हैं। फॉर्मेट कोई भी हो वह अपने खेल को उस मुताबिक ढालने में माहिर है। इस कारण वह क्रिकेट के फैब फोर माने जाते हैं।
लेकिन हाल ही में एक वीडियो सामने आया है जो आपको यह सोचने पर मजबूर कर देगा कि विराट कोहली जैसे फिटनेस फ्रीक क्रिकेटर की भारतीय क्रिकेट से ज्यादा फुटबॉल को जरुरत थी।
विराट कोहली ने अपने आधिकरिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें विराट कोहली क्रॉसबार किक मारकर गोलपोस्ट में फुटबॉल पहुंचाने के प्रयास में दिखते हैं। वीडियो में विराट कोहली डी से काफी दूर खड़े हैं।
विराट कोहली ने जैसे ही गोल करने के लिए किक मारी फुटबॉल दाएं पोल के कोने से टकरा गई, गोल होते होते बच गया। विराट कोहली एक पेशेवर फुटबॉलर नहीं है इसके बावजूद फुटबॉल में इतना अच्छा अनुमान काबिले तारीफ है।
फुटबॉल मांगती है फिटनेस जो विराट में है
फुटबॉल क्रिकेट से ज्यादा फिटनेस मांगती है क्योंकि इस खेल में लगातार दौड़ते रहना पड़ता है। वहीं क्रिकेट में दौड़ना सिर्फ तब पड़ता है या तो बल्लेबाज रन ले रहा हो या फिर फील्डिंग के लिए तेज भाग रहा हो।
विराट कोहली टीम इंडिया के ही नहीं विश्वभर के क्रिकेटरों में अपनी फिटनेस के लिए जाने जाते हैं। जिम के बिना वह रह नहीं सकते, हाल ही में इंग्लैंड के दौरे से पहले होने वाले क्वारंटीन में उनके कमरे में बीसीसीआई ने जिम की व्यवस्था कराई है।
वह काफी तेज दौड़ लेते हैं, एक रन को दो रन और दो को तीन मे तब्दील करना उन्हें अच्छी तरह से आता है। यह सब गुणों को देखकर लगता है कि विराट फुटबॉलर होते तो ज्यादा अच्छा होता क्योंकि क्रिकेट में तो और भी आला दर्जे के क्रिकेटर्स है जो टीम इंडिया को विश्व विजेता बना देते।
भारतीय फुटबॉल टीम इस वक्त दोहा में फीफा विश्वकप 2022 के 3 क्वालिफायइंग मैच खेलने पहुंची है। टीम इससे पहले एक भी मैच नहीं जीत पायी है और अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसी कमतर टीमों से भी बमुश्किल ड्रॉ करा पायी है। ऐसे में यह बात ख्याल में आती है कि काश विराट फुटबॉल टीम में होते।
भारतीय क्रिकेट कप्तानों का फुटबॉल से रहा है पुराना नाता
विराट कोहली के इस क्रॉसबार चैलेंज को देखकर एक बात यह भी ध्यान आती है कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तानों का फुटबॉल से गहरा नाता रहा है। टीम इंडिया के नई सदी के कप्तान सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी दोनों बचपन में फुटबॉल खेलते थे।
माही के बायोपिक में तो सभी फैंस ने देख ही लिया था कि पहले वह फुटबॉल टीम के गोलकीपर थे और वह धीरे धीरे क्रिकेट की विकेटकीपिंग सीख गए। सौरव गांगुली कक्षा 9 तक फुटबॉल के बहुत अच्छे खिलाड़ी थे लेकिन इसके बाद पिता ने उनको क्रिकेट की कोचिंग ज्वाइन करवा दी। (वेबदुनिया डेस्क)