नई दिल्ली। देश में 'क्रिकेट के भगवान' माने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 22 वर्ष पहले आज (9 सितंबर) ही के दिन अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला वनडे शतक जड़ा था।
वर्ष 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले 'शतकों के बादशाह' सचिन के विषय में यह दिलचस्प रिकॉर्ड है कि उन्हें अपने पहले वनडे शतक के लिए अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद 5 वर्ष का इंतजार करना पड़ा था। 'शतकों के शतकवीर' सचिन ने 22 वर्ष पहले आज के ही दिन 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला वनडे शतक बनाया था।
सचिन ने महज 16 वर्ष की उम्र में कराची में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने पहले मैच में ही वकार यूनुस तथा वसीम अकरम जैसे दिग्गज तेज गेंदबाजों का बखूबी सामना कर अपने सुनहरे भविष्य के संकेत दे दिए थे। सचिन को अपने पहले वनडे शतक के लिए 78 मैचों का लंबा इंतजार करना पड़ा, हालांकि तब तक वे टेस्ट मैचों में 7 शतक पूरे कर चुके थे।
सचिन ने श्रीलंका में हुई सिंगर वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 130 गेंदों पर 110 रनों की पारी खेली थी। वे उस समय 21 वर्ष के थे। अपार प्रतिभा के धनी सचिन की यह पारी इसलिए भी खास थी कि उन्होंने इस पारी के दौरान अपने पहले 50 रन 43 गेंदों में पूरे किए थे जबकि इसके बाद अगले 50 रन उन्होंने संभलकर खेलते हुए पूरे किए।
तेंदुलकर की इस पारी के दम पर भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 246 रन का स्कोर बनाया था और बाद में ऑस्ट्रेलिया का पुलिंदा मात्र 215 रन पर बांधते हुए यह मैच जीत लिया था।
उल्लेखनीय है कि सचिन ने नवंबर 1989 में अपना पहला वनडे खेलने के बाद पहला शतक 75वीं पारी में बनाया था। इस दौरान वे 2126 रन बना चुके थे जिसमें 17 अर्द्धशतक शामिल हैं।
उन्होंने बाद में बेमिसाल बल्लेबाजी करते हुए वनडे करियर में कुल 49 शतक जड़े तथा 16,000 से ज्यादा रन बनाए। उन्होंने टेस्ट मैचों में भी 51 शतक जड़े। वे एकदिवसीय मैचों में 200 रन की पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज भी हैं। (वार्ता)