सिडनी। मैदान पर चोट लगने से क्रिकेटर फिलीप ह्यूज की मौत के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा कराई गई समीक्षा में कहा गया है कि बल्लेबाजों और करीबी फील्डरों के लिए हेलमेट अनिवार्य होने चाहिए जबकि दिमागी चोट के शिकार खिलाड़ियों की जगह स्थानापन्न खिलाड़ियों को उतारने पर विचार होना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट खेल चुके ह्यूज को नवंबर 2014 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चोट लगी थी जिसकी वजह से उसने दम तोड़ दिया था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मामले की स्वतंत्र जांच कराई थी। उस समय ह्यूज ने जो हेलमेट पहना था, वह सही नहीं था । उसमें सुरक्षा के पूरे उपाय नहीं थे। समीक्षा करने वाले बैरिस्टर डेविड करटेन ने कहा कि यदि ह्यूज ने आधुनिक हेलमेट पहना होता तो वह बच सकता था।
उन्होंने 62 पन्ने की रिपोर्ट में कहा कि प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों के लिए हेलमेट अनिवार्य कर देना चाहिए। उनके अलावा विकेटकीपर और नजदीकी फील्डरों के लिए भी हेलमेट अनिवार्य होना चाहिए। इसमें यह भी कहा गया कि स्थानापन्न खिलाड़ी भी विकल्प हो सकते हैं। (भाषा)